डीजल की लगातार बढ़ती कीमत के मद्देनजर किराया बढ़ाने की मांग कर रहे मोटर मालिकों ने कलेक्टर राजीव रंजन मीना व एसपी बीरेंद्र कुमार सिंह को ज्ञापन के जरिए आंदोलन की सूचना भी दे दी है। मोटर मालिकों का कहना है कि वर्तमान में उन्हें वही किराया मिल रहा है, जो डीजल की कीमत 85 रुपए होने के दौरान निर्धारित की गई थी।
वर्तमान में डीजल की कीमत 100 के करीब पहुंच गई है, लेकिन किराए में बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। जिससे उन्हें कोयला परिवहन में मुनाफा के बजाए घाटा उठाना पड़ रहा है। कोयला परिवहन की जिम्मेदारी लेने वाले कोल ट्रांसपोर्टरों से मोटर मालिकों ने मांग की है कि वह डीजल की कीमत में हुई 15 रुपए की बढ़ोत्तरी के हिसाब से किराए में बढ़ोत्तरी करें।
मोटर मालिकों की इस मांग को लेकर कोल ट्रांसपोर्टर रुचि नहीं दिखा रहे हैं। मोटर मालिकों का कहना है कि किराए में बढ़ोत्तरी के लिए कोल ट्रांसपोर्टर संबंधित कंपनी से रेट रिवाइज करने की मांग करेंगे। इसके बाद किराए में बढ़ोत्तरी होगी, लेकिन कोल ट्रांसपोर्टर इसमें रुचि नहीं ले रहे हैं। ऐसे में घाटे को पूरा करने के लिए कई मोटर मालिकों की ओर से अवैध तरीका अपनाया जाता है, जो सभी की छवि को धूमिल करने की वजह बन रहा है।
बाहर से आने वाले वाहनों पर लगे प्रतिबंध
दूसरी ओर से मोटर मालिकों का कहना है कि वर्तमान में बाहर की गाडिय़ां भारी संख्या में यहां आ रही हैं। बारिश के चलते इस समय काम कम है। ऐसे में कार्य मिलने को लेकर भी प्रतिद्वंदिता बढ़ गई है। दूसरी ओर बिना परमिट बाहर की गाडिय़ों के चलते से राजस्व को भी नुकसान हो रहा है। स्थानीय मोटर मालिकों की मांग है कि बाहर की गाडिय़ों को प्रतिबंधित किया जाएगा।
दूसरी ओर से मोटर मालिकों का कहना है कि वर्तमान में बाहर की गाडिय़ां भारी संख्या में यहां आ रही हैं। बारिश के चलते इस समय काम कम है। ऐसे में कार्य मिलने को लेकर भी प्रतिद्वंदिता बढ़ गई है। दूसरी ओर बिना परमिट बाहर की गाडिय़ों के चलते से राजस्व को भी नुकसान हो रहा है। स्थानीय मोटर मालिकों की मांग है कि बाहर की गाडिय़ों को प्रतिबंधित किया जाएगा।
जल्द बुलाई जाएगी ट्रांसपोर्टरों की बैठक
मोटर मालिकों की मांग के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा जल्द ही कोल ट्रांसपोर्टरों की बैठक बुलाई जाएगी। प्रशासन ने मोटर मालिकों को आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर गंभीरता के साथ विचार किया जाएगा। किराए में बढ़ोत्तरी व बाहरी वाहनों पर प्रतिबंध का निर्णय ट्रांसपोर्टरों के साथ बैठक के बाद ही लिया जाएगा।
मोटर मालिकों की मांग के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा जल्द ही कोल ट्रांसपोर्टरों की बैठक बुलाई जाएगी। प्रशासन ने मोटर मालिकों को आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर गंभीरता के साथ विचार किया जाएगा। किराए में बढ़ोत्तरी व बाहरी वाहनों पर प्रतिबंध का निर्णय ट्रांसपोर्टरों के साथ बैठक के बाद ही लिया जाएगा।
घाटा पूरा करने अपनाते हैं ये अवैध तरीका
– गाडिय़ों में ओवरलोड कोयला परिवहन।
– दूरी कम करने प्रतिबंधित रूट अपनाते हैं।
– गाडिय़ों में नौसिखिया चालक रखते हैं।
– अधिक चक्कर लगाने की आपाधामी।
– प्रतिबंधित समय में भी करते हैं परिवहन।
– गाडिय़ों में ओवरलोड कोयला परिवहन।
– दूरी कम करने प्रतिबंधित रूट अपनाते हैं।
– गाडिय़ों में नौसिखिया चालक रखते हैं।
– अधिक चक्कर लगाने की आपाधामी।
– प्रतिबंधित समय में भी करते हैं परिवहन।