scriptअस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर, हालात देख भड़के | Singrauli collector inspected district hospital | Patrika News

अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर, हालात देख भड़के

locationसिंगरौलीPublished: Sep 27, 2020 12:15:33 am

Submitted by:

Ajeet shukla

जानिए फिर क्या हुआ …..

According to Health Dept data, death rate in Singrauli decreased

Singrauli collector iAccording to Health Dept data, death rate in Singrauli decreasednspected district hospital

सिंगरौली. जिला अस्पताल एवं ट्रामा सेंटर में निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर राजीव रंजन मीना उस समय भड़क गए, जब उन्होंने वार्डों में गंदगी पसरा देखा। कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर करते हुए सीएमएचओ से कहा कि कोरोना महामारी के दौरान भी सफाई को लेकर उनका स्टाफ सतर्क नहीं हैं।
अस्पताल में सफाई पर विशेष ध्यान देने की हिदायत देते हुए कलेक्टर ने कहा कि दिन में तीन बार सफाई की जाए। हर हाल में अस्पताल का कोना-कोना साफ होना चाहिए। कलेक्टर सबसे पहले पुराने जिला चिकित्सालय के समीप संचालित फीवर क्लीनिक का भी निरीक्षण किया। उन्होंने क्लीनिक में उपस्थित कर्मचारियों से की जाने वाली जांच के संबंध में आवश्यक जानकारी ली।
कलेक्टर ने निर्देश दिया कि क्लीनिक में आने वाले मरीजों की सैंपलिंग सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए किया जाए। फीवर क्लीनिक के निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने ट्रामा सेंटर की ओर रूख किया। उन्होंने वहां पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। वहां सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किए जाने संबंधित निर्देश देते हुए सभी को मास्क लगाने का निर्देश दिया। अस्पताल के पूरे स्टॉफ के साथ मरीजों और उनके परिजनों के लिए मास्क अनिवार्य किया जाए।
मरीजों व उनके परिजनों को दवा देते समय व आने की स्थिति में पर्ची काटे जाने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने सभी चिकित्सकों को उनके कक्ष में निर्धारित समय तक रहने और ओपीडी करने का निर्देश दिया। कलेक्टर ने गायनिकी वार्ड में विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ एनके जैन व डॉ. उमेश सिंह उपस्थ्ति रहे।
तीन दिन के भीतर तैयार करो आइसीयू
कलेक्टर ने ट्रामा सेंटर में चल रहे निर्माण कार्यों का भी अवलोकन किया। उन्होंने मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी के साथ आइसीयू कक्ष का निर्माण कर रहे संविदाकार को निर्देश दिया कि वह तीन दिन के अंदर आइसीयू कक्ष का निर्माण पूर्ण करे। आईसीयू कक्ष से संबंधित सभी उपकरणों का सेटअप भी तीन दिन के अंदर कराया जाना सुनिश्चित करें। ताकि अगले माह से आइसीयू का लाभ मरीजों को मिलने लगे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो