शिक्षा की गुणवत्ता को परखने के उद्देश्य से आयोजित बैठक में कलेक्टर ने कक्षा 10 वीं व 12 वीं बोर्ड परीक्षा सहित कक्षा 5 वीं और 8 वीं की गृह परीक्षा की तैयारी की समीक्षा की। सीइओ जिला पंचायत ऋतुराज की उपस्थिति में आयोजित बैठक के दौरान कलेक्टर ने शिक्षकों को निर्धारित समय-सीमा में पाठ्यक्रम पूरा करने का निर्देश दिया।
कलेक्टर ने कहा कि रेमेडियल माड्यूल पाठ्यक्रम के तहत निर्धारित पाठ्यक्रमों को शेड्यूल के अनुसार पूरा करें। कक्षा 5 वीं व 8 वीं का पाठ्यक्रम भी पूर्ण करें। शिक्षा अधिकारियों से कहा कि राज्य शिक्षा केंद्र से जारी प्रश्न बैंक को प्रत्येक प्राथमिक व माध्यमिक शालाओं को न्यूनतम चार-चार सेट में उपलब्ध कराएं। बैठक में कलेक्टर ने इसके अलावा कईअन्य निर्देश भी दिए।
छुट्टियों में चलाए अतिरिक्त कक्षाएं
बोर्ड की परीक्षा शुरू होने में केवल तीन महीने शेष हैं, का हवाला देते हुए कलेक्टर ने घोषित अवकाश के दिनों में भी कक्षाओं का संचालन कर परीक्षा की तैयारी कराने का निर्देश दिया।कहा कि किसी भी स्थिति में स्कूलों का परीक्षा परिणाम खराब नहीं होना चाहिए। परीक्षा परिणाम खराब हुआ तो जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाईकी जाएगी।इस मामले में किसी को भी बख्सा नहीं जाएगा।
बोर्ड की परीक्षा शुरू होने में केवल तीन महीने शेष हैं, का हवाला देते हुए कलेक्टर ने घोषित अवकाश के दिनों में भी कक्षाओं का संचालन कर परीक्षा की तैयारी कराने का निर्देश दिया।कहा कि किसी भी स्थिति में स्कूलों का परीक्षा परिणाम खराब नहीं होना चाहिए। परीक्षा परिणाम खराब हुआ तो जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाईकी जाएगी।इस मामले में किसी को भी बख्सा नहीं जाएगा।
कलेक्टर ने यह निर्देश भी जारी किए
– माड्यूल में प्रति दिवस के लिए निर्धारित पाठ्यक्रमों का अभ्यास कराएं।
– पहले शिक्षक बोर्ड पर लिखें फिर बच्चों से उनकी कापियों में लिखाएं।
– हर दूसरे दिन अलग-अलग विषय का 10 मिनट का टेस्ट भी लिया जाए।
– शिक्षा में गुणवत्ता लाने में सभी निर्धारित लक्ष्य के अनुसार कार्य करें।
– कक्षा 10 वीं, 12 वीं की उपस्थिति 90 से 95 प्रतिशत सुनिश्चित करें।
– शिक्षकों का वेतन सार्थक ऐप पर उपस्थिति के अनुसार जारी किया जाए।
– स्कूलों में कक्षा, किचन शेड व डीएमएफ से स्वीकृत कार्यजल्द पूरा कराएं।
– माड्यूल में प्रति दिवस के लिए निर्धारित पाठ्यक्रमों का अभ्यास कराएं।
– पहले शिक्षक बोर्ड पर लिखें फिर बच्चों से उनकी कापियों में लिखाएं।
– हर दूसरे दिन अलग-अलग विषय का 10 मिनट का टेस्ट भी लिया जाए।
– शिक्षा में गुणवत्ता लाने में सभी निर्धारित लक्ष्य के अनुसार कार्य करें।
– कक्षा 10 वीं, 12 वीं की उपस्थिति 90 से 95 प्रतिशत सुनिश्चित करें।
– शिक्षकों का वेतन सार्थक ऐप पर उपस्थिति के अनुसार जारी किया जाए।
– स्कूलों में कक्षा, किचन शेड व डीएमएफ से स्वीकृत कार्यजल्द पूरा कराएं।