दरअसल गुरुवार को कलेक्टर केवीएस चौधरी व नगर निगम आयुक्त शिवेंद्र सिंह पूरे अमले के साथ सुबह ही सफाई के जायजा लेने शहर भ्रमण पर निकल चुके थे। उनका यह भ्रमण पूरे दिन चला। अधिकारी द्वय ने स्वच्छता का आंकलन बैढऩ से ही शुरू किया। विभिन्न वार्डों में सफाई व्यवस्था सहित अन्य समस्याओं का जायजा लेते हुए उनकी ओर से संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को सफाई व्यवस्था और कचरा उठाव का कार्य संतोषजनक नहीं मिला। कलेक्टर ने संबंधित को फटकार भी लगाई और कहा कि आगे से ऐसी स्थिति नहीं मिलनी चाहिए। आयुक्त ने भी संबंधित अधिकारी और संस्था को चेतावनी दी। इस दौरान निगम की अन्य व्यवस्थाओं और निर्माण कार्यों को भी अवलोकन किया गया।
एनसीएल जयंत व दुद्धीचुआ प्रोजेक्ट के अलावा एनटीपीसी के भी कालोनियों का भ्रमण कर वहां कचरा प्रबंधन की उचित व्यवस्था का निर्देश दिया। शहरों के भ्रमण के दौरान आयुक्त ने कलेक्टर को अवगत कराया कि शहर सरकार कार्यक्रम के दौरान ऑनलाइन सुविधा के माध्यम से 19223 रुपए का संपत्ति कर जमा कराया गया है। ई-नगर पालिका के विभिन्न करों को जमा कराने के लिए 5 हजार एप डाउनलोड कराए गए हैं। अभी यह कार्य जारी है। कार्यक्रम के माध्यम से बेहतर परिणाम की उम्मीद है।
स्कूली बच्चों को भी किया प्रेरित
भ्रमण कार्यक्रम के दौरान ही कलेक्टर ने सेंट जोसेफ विद्यालय के बच्चों को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया। स्कूल में आयोजित स्वच्छता कार्यशाला में पहुंचकर कलेक्टर ने पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान उन्हें बच्चों की उत्सुकता पर आधारित उनके प्रश्नों का उत्तर दिया। कलेक्टर ने बच्चों से कहा कि वह अपने घर वालों को भी स्वच्छता के लिए प्रेरित करें।
भ्रमण कार्यक्रम के दौरान ही कलेक्टर ने सेंट जोसेफ विद्यालय के बच्चों को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया। स्कूल में आयोजित स्वच्छता कार्यशाला में पहुंचकर कलेक्टर ने पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान उन्हें बच्चों की उत्सुकता पर आधारित उनके प्रश्नों का उत्तर दिया। कलेक्टर ने बच्चों से कहा कि वह अपने घर वालों को भी स्वच्छता के लिए प्रेरित करें।