क्योंकि बाहर से आने वाले संक्रमित होने की स्थिति में आपको भी संक्रमित कर सकता है। होम क्वारंटीन का नियम तोडऩे वाला भी दूसरों को संक्रमित करने की वजह बन सकता है। कोरोना वालेंटियर कुछ ऐसे ही तरीकों से ग्रामीणों को जागरूक कर रहे हैं। शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में सक्रिय कोरोना वालेंटियर इन दिनों कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
जिला प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों के अनुरूप कोरोना वालेंटियर इन दिनों जिले की सीमा पर बनाए गए चेकपोस्ट पर अपने सामाजिक दायित्वों का निवर्हन कर रहे हैं। इसके साथ ही सीमा क्षेत्र के नजदीकी गांवों में भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इसके अलावा अन्य दूसरे गांवों में भी उनकी ओर से लोगों को कोरोना से सुरक्षा के मद्देनजर विभिन्न बिन्दुओं पर जागरूक किया जा रहा है।
अब तक 1384 ने कराया पंजीयन
कोरोना वालेंटियर बनने के लिए जिले से अब तक 1384 लोगों ने ऑनलाइन पंजीयन कराया है। जन अभियान परिषद की ओर से इन वालेंटियर्स को विभिन्न समूहों में विभाजित कर अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। वालेंटियर्स को शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण अंचल में सक्रिय किया गया है। वालेंटियर कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाग रहे हैं।
कोरोना वालेंटियर बनने के लिए जिले से अब तक 1384 लोगों ने ऑनलाइन पंजीयन कराया है। जन अभियान परिषद की ओर से इन वालेंटियर्स को विभिन्न समूहों में विभाजित कर अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। वालेंटियर्स को शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण अंचल में सक्रिय किया गया है। वालेंटियर कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाग रहे हैं।
वालेंटियर निभा रहे यह जिम्मेदारी
– कफ्र्यू के दौरान लोगों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराना।
– जरूरतमंद गरीबों में मास्क व सेनेटाइजर का वितरण करना।
– वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर टीकाकरण के लिए जागरूक करना।
– गरीबों सहित अन्य जरूरतमंदों में भोजन का पैकट वितरित करना।
– पेंटिंग व स्लोगन के जरिए संक्रमण से सुरक्षित रहने को संदेश देना।
– कफ्र्यू के दौरान लोगों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराना।
– जरूरतमंद गरीबों में मास्क व सेनेटाइजर का वितरण करना।
– वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर टीकाकरण के लिए जागरूक करना।
– गरीबों सहित अन्य जरूरतमंदों में भोजन का पैकट वितरित करना।
– पेंटिंग व स्लोगन के जरिए संक्रमण से सुरक्षित रहने को संदेश देना।