कलेक्टर चौधरी की ओर से लिखे गए पत्र के अनुसार ऐश डाईक बांध अचानक टूटने के कारण जिले की माड़ा तहसील के गांव कर्सुआ राजा व खैराही सहित इनके आसपास के गांवों, खेतों व घरों में राख मिश्रित पानी भर गया है। इससे पूरे क्षेत्र में फसल व अन्य सम्पत्ति की भारी क्षति हुई है तथा पर्यावरण को भी गंभीर खतरे की आशंका हो गई है। घटना में प्रभावित खेतों, आसपास के नालों व अन्य सभी जल स्त्रोत में राख मिश्रित पानी एकत्र हो गया।
इससे वहां पर्यावरण, मिट्टी, पानी व हवा के प्रदूषित होने की गंभीर आशंका है। इसलिए इस घटना की गहन जांच की आवश्यकता है। इसी आधार पर अपने पत्र में कलेक्टर चौधरी ने प्रमुख सचिव व पर्यावरण आयुक्त से शासन स्तर से मौके पर पर्यावरण विशेषज्ञों व उच्च अधिकारियों की टीम भेजने, हादसे में वहां पर्यावरण को क्षति की जांच करने तथा पर्यावरण नियमोंंं के तहत कार्रवाई किए जाने का आग्रह किया है।
प्रदूषण नियंत्रण विशेषज्ञ पहुंचे मौके पर
कलेक्टर चौधरी के पत्र लिखे जाने व मौखिक सूचना के बाद एस्सार का ऐश डाईक टूटने की घटना की जांच के लिए केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व राज्य के अधिकारियों का दल शुक्रवार दोपहर यहां पहुंचा। टीम मेंं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ वैज्ञानिक, पर्यावरण विशेषज्ञ व विशेष अधिकारी शामिल हैं। बताया गया कि शाम को यह दल प्रभावित गांव कर्सुआ राजा व खैराही पहुंचा। इस विशेष टीम ने प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर जांच कार्य शुरु कर दिया है। यह टीम हादसे में संभावित क्षति का आकलन कर अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को देगीर।
प्रशासनिक समिति भी करेगी जांच
इसके साथ ही ऐश डाईक टूटने की घटना को गंभीर मानते हुए जिला प्रशासन ने भी जांच समिति गठित की है। यह समिति घटना का कारण देखेगी तथा हादसे में संभावित क्षति का आकलन भी करेगी। माड़ा के उपखण्ड मजिस्ट्रेट विकाससिंह जांच समिति के अध्यक्ष बनाए गए हैं। समिति में जल संशाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री रामावतार कौशिक व थाना मोरवा के अनुविभागीय अधिकारी केएस द्विवेदी को सदस्य बनाया गया है।
प्रदूषण नियंत्रण विशेषज्ञ पहुंचे मौके पर
कलेक्टर चौधरी के पत्र लिखे जाने व मौखिक सूचना के बाद एस्सार का ऐश डाईक टूटने की घटना की जांच के लिए केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व राज्य के अधिकारियों का दल शुक्रवार दोपहर यहां पहुंचा। टीम मेंं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ वैज्ञानिक, पर्यावरण विशेषज्ञ व विशेष अधिकारी शामिल हैं। बताया गया कि शाम को यह दल प्रभावित गांव कर्सुआ राजा व खैराही पहुंचा। इस विशेष टीम ने प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर जांच कार्य शुरु कर दिया है। यह टीम हादसे में संभावित क्षति का आकलन कर अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को देगीर।
प्रशासनिक समिति भी करेगी जांच
इसके साथ ही ऐश डाईक टूटने की घटना को गंभीर मानते हुए जिला प्रशासन ने भी जांच समिति गठित की है। यह समिति घटना का कारण देखेगी तथा हादसे में संभावित क्षति का आकलन भी करेगी। माड़ा के उपखण्ड मजिस्ट्रेट विकाससिंह जांच समिति के अध्यक्ष बनाए गए हैं। समिति में जल संशाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री रामावतार कौशिक व थाना मोरवा के अनुविभागीय अधिकारी केएस द्विवेदी को सदस्य बनाया गया है।
यह समिति ऐश डाईक टूटने के कारण, एस्सार कंपनी के स्तर पर ऐश डाईक के रखरखाव की व्यवस्था सहित कंपनी में इसके लिए जिम्मेवार अधिकारियों के संबंध में सूचना जुटाएगी तथा उसका आकलन करेगी। इसके साथ ही हादसे के लिए एस्सार कंपनी प्रबंधन की जिम्मेवारी का भी पता लगाएगी। समिति को जांच कर एक सप्ताह में कलेक्टर को रिपोर्ट देनी होगी। इसी जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रभावित परिवारों को मुआवजे का मामला तय किया जाएगा।