राज्य शासन की मंसा के अनुरूप कलेक्टर केवीएस चौधरी ने न केवल संभावित मरीजों की यूजर आइडी तैयार कराने का आदेश दिया है। बल्कि नियमित मॉनिटरिंग करने को भी कहा है। गौरतलब है कि जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस से सुरक्षा के मद्देनजर पूर्व में बाहर से आने वाले लोगों के हथेली के पीछे एच निशान लगाकर उन्हें कोरेंटाइन यानी घरों में रहने को कहा है।
मरीजों के बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बावजूद कई लोगों के बाहर निकलने की सूचना मिली है। फिलहाल अब मैप आईटी के जरिए एप को विकसित करने के बाद होम क्योरेंटाइन व्यक्ति की यूजर आईडी बनाई जा रही है। आइडी बनने कके बाद एप के माध्यम से व्यक्ति की जियो मैपिंग होगी और उसकी गतिविधियां भी चिन्हित की जा सकेंगी। इससे प्रभावित व्यक्तियों की हेल्थ रिपोर्टिंग भी सार्थक एप से करना संभव हो सकेगा।