जानकारी के लिए बतादें कि ओपीडी महज नाम की रह गई है। इमरजेंसी पुराने अस्पताल में चल रही है। जहां चिकित्सक मनमानी तरीके से ड्यूटी करते हैं क्योंकि पुराने अस्पताल में कोई पूछपरख करने वाला नहीं है। जिस वजह से चिकित्सक उपस्थिति देने तो पहुंचते हैं लेकिन उसके बाद इमरजेंसी ड््यूटी से गायब हो जाते हैं। इलाज के लिए पहुंच रहे मरीज परेशान होते हैं। ठीक यही हाल ट्रामा सेंटर का है, जहां सुबह होते ही मरीजों की भीड़ जुटती है लेकिन उन्हें उपचार नसीब नहीं होता है।
नोटिस का नहीं मिला जवाब
पिछले दिनों सीएमएचओ ने सिविल सर्जन को नोटिस जारी कर चिकित्सकों के अनुपस्थित होने का संतोषजनक जवाब मांगा था। जवाब नहीं मिलने पर एक दिन का वेतन काटने का हवाला देते हुए कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। तीन दिन के बाद भी सिविल सर्जन डॉ. एनके जैन ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया। इससे यह साबित होता है कि सीएमएचओ के नोटिस का सिविल सर्जन को कोई खौफ नहीं है।
पिछले दिनों सीएमएचओ ने सिविल सर्जन को नोटिस जारी कर चिकित्सकों के अनुपस्थित होने का संतोषजनक जवाब मांगा था। जवाब नहीं मिलने पर एक दिन का वेतन काटने का हवाला देते हुए कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। तीन दिन के बाद भी सिविल सर्जन डॉ. एनके जैन ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया। इससे यह साबित होता है कि सीएमएचओ के नोटिस का सिविल सर्जन को कोई खौफ नहीं है।
सब कुछ पुराने ढर्रे पर
बात करें उपचार व्यवस्था की तो नोटिस देने के बाद भी सब कुछ पुराने ढर्रे पर संचलित हो रहा है। ऐसे में इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हैरान करने वाली बात यह है कि ओपीडी में सुबह डॉक्टर तो आते हैं मगर, लंच के बाद पुन: अस्पताल नहीं पहुंचते। दोपहर बाद सरकारी डॉक्टर निजी क्लीनिक में सेवाएं देते हैं। नतीजा यह है कि दूर-दराज से आए मरीजों को निराशा हाथ लगती है।
बात करें उपचार व्यवस्था की तो नोटिस देने के बाद भी सब कुछ पुराने ढर्रे पर संचलित हो रहा है। ऐसे में इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हैरान करने वाली बात यह है कि ओपीडी में सुबह डॉक्टर तो आते हैं मगर, लंच के बाद पुन: अस्पताल नहीं पहुंचते। दोपहर बाद सरकारी डॉक्टर निजी क्लीनिक में सेवाएं देते हैं। नतीजा यह है कि दूर-दराज से आए मरीजों को निराशा हाथ लगती है।
वर्जन:-
नोटिस का अभी कोई जवाब सिविल सर्जन ने नहीं दिया है। अभी छुट्टी पर हूं, वापस आने के बाद पूछताछ करूंगा।
डॉ. आरपी पटेल, सीएमएचओ सिंगरौली।
नोटिस का अभी कोई जवाब सिविल सर्जन ने नहीं दिया है। अभी छुट्टी पर हूं, वापस आने के बाद पूछताछ करूंगा।
डॉ. आरपी पटेल, सीएमएचओ सिंगरौली।