घटना के संबंध में बताया गया कि शहरी क्षेत्र में निर्माणाधीन सीवर लाइन का कचनी में सफाई व मरम्मत का कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य केके स्पन कंपनी द्वरा कराया जा रहा है। बताया गया कि शाम करीब साढ़े तीन बजे दो श्रमिक सीवर लाइन में मरम्मत कार्य करने की मंसा से उतरे। बाहर से एक श्रमिक उनकी लोकेशन लेने मौजूद था। सीवर लाइन में उतरने के बाद जब दोनों श्रमिकों की ओर से कोई जवाब नहीं मिला तो घबड़ा कर उन्हें देखने के लिए वह खुद भी पाइप लाइन में नीचे उतर गया। जब उसकी ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो साथ काम कर रहे श्रमिकों को कुछ गड़बड़ समझ में आया और उनकी ओर से शोर मचाया गया। शोर सुनकर बाजार के लोग वहां एकत्र हो गए। नगर निगम और प्रशासन को सूचना दी गई।
घटना की जानकारी होने पर सबसे पहले अपर कलेक्टर डीपी बर्मन व एसडीएम ऋषि पवार पहुंचे और राहत कार्य शुरू कराया गया। एनटीपीसी से सीआइएसएफ की टीम बुलाई गई। करीब दो घंटे बाद करीब साढ़े 5 बजे जब टीम ने पहुंचकर श्रमिकों को गड्ढे से बाहर निकाला तो उनकी सांसे थम चुकी थी। अधिकारियों के मुताबिक घटना में श्रमिक कन्हैयालाल यादव पिता छोटेलाल यादव निवासी चांचर, नरेन्द्र कुमार रजक पिता रघुनाथ रजक निवासी चिनगी टोला तेलदह व इंद्रभान सिंह पिता देवराज सिंह निवासी भोइपुरा बुधवारा भोपाल की जहरीली गैस से मौत हो गई है।
उन्हें सीवर लाइन से मृत अवस्था में निकाला गया। इधर राहत कार्य शुरू होने के साथ ही कलेक्टर राजीव रंजन मीना व एसपी बीरेंद्र कुमार सिंह के अलावा भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दी गई। घटना के मद्देनजर लोगों में भारी रोष देखा गया। मौके पर एक हजार से अधिक लोग देर शाम तक जमा रहे। पुलिस ने इस मामले में कंपनी के विरूद्ध धारा 304 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है।