नौनिहालों पर कहर ढा रहा मौसम: वायरल व डायरिया से पीडि़त बच्चों की संख्या से वार्ड फुल
जिला अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों में बच्चे सर्वाधिक....
सिंगरौली
Published: August 26, 2021 09:28:59 pm
सिंगरौली. मौसम के बदलते तेवर से जिला अस्पताल सहित निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी है। मगर, इनमें सबसे अधिक बच्चे शामिल हैं। बच्चों को बुखार के साथ ही उल्टी-दस्त जैसी समस्या सामने आ रही है। अधिकांश पीडि़त बच्चे ग्रामीण क्षेत्र से पहुंच रहे हैं। गुरुवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में आए मरीजों की संख्या मेें सर्वाधिक बच्चों की संख्या रही। करीब दो दर्जन बच्चों की संख्या में पांच बच्चों को वार्ड में भर्ती किया गया है। बच्चा वार्ड फुल हो गया है। कभी धूप तो कभी बारिश होने के कारण मौसम में बदलाव हुआ है। जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों से रेफरल केस में अधिकांश बच्चे शामिल हैं। इन दिनों उमसभरी गर्मी से उल्टी-दस्त की शिकायत सामने आ रही है। इसके साथ ही बुखार से भी पीडि़त हैं। वायरल की वजह से इन दिनों बच्चों की स्थिति नाजुक है। गुरुवार को जिला अस्पताल वार्ड में करीब सौ बेड बच्चों से भरा रहा। वायरल और डायरिया से बच्चों की सेहत पर विपरीत असर पड़ रहा है। ऐसा इसलिए माना जा रहा है कि आने वाले तीसरी लहर से लडऩे के लिए बच्चों की इम्युनिटी कमजोर पड़ सकती है।
देहात की स्थिति बेहद खराब
बारिश के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति बहुत खराब हो गई है। यहां हर तीसरे घर में बच्चे बीमार पड़े हैं। कारण यह है कि बारिश के बाद मच्छरजनित बीमारियों से बच्चे पीडि़त हो रहे हैं। जबकि स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इन दिनों बढ़ी बच्चों की संख्य की वजह वायरल है। मौसम परिवर्तन के बाद बच्चों में बुखार सहित उल्टी-दस्त की शिकायत हैं। मगर, मलेरिया से पीडि़त नहीं हैं। ऐसा स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना है।
मलेरिया दवा छिड़काव का दे रहे हवाला
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है कि पिछले वर्ष रिपोर्ट के मुताबिक १६ जून से ३१ जुलाई तक पहले चरण में मलेरिया दवा का छिड़काव किया जा चुका है। अब दूसरे चरण के लिए एक सितंबर से १५ अक्टूबर तक दवा का छिड़काव किया जाएगा। बताया गया है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से ४१२ गांवों में मच्छरदानी का वितरण किया गया है। इसके बावजूद भी मलेरिया से पीडि़त मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
यह भी है समस्या:
- गांवों में मच्छर पनपने का खतरा अधिक है।
- घरों के आसपास जलभराव की स्थिति बीमारी में बन रही कारण।
- गंदा पानी पीने से गांवों उल्टी-दस्त का खतरा।
- गड्ढों मेंं पानी जमा होने से गंभीर बीमारियों की आशंका।

Singrauli district hospital
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