जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। यहां अब भी विशेषज्ञ चिकित्सकों का अभाव है। चर्म रोग जैसी बीमारी के लिए भी विशेषज्ञ नहीं है। औसतन हर रोज 20 से 30 मरीज स्किन से संबंधित बीमारी का इलाज कराने जिला अस्पातल पहुंचते हैं। इनका इलाज भी सामान्य चिकित्सक करते हैं। समस्या गंभीर होने पर पीडि़त मरीजों को जबलपुर भेज दिया जाता है। इसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्र से पहुंचने वाले मरीजों को दिक्कत होती है। इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन डॉ. आरपी पटेल का कहना है कि चर्म रोग विशेषज्ञ नहीं है। फिर भी आने वाले मरीजों का इलाज कर उन्हें दवाएं दी जाती है।
क्यों बढ़ रहे मरीज
शहर में धूल और वाहनों से निकलने वाला धुआं कई तरह के चर्म रोग को जन्म दे रहा है। इसकी वजह से शहर में चर्म रोग के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। त्वचा शरीर का सबसे विस्तृत तंत्र है। जो सीधे बाहरी वातावरण के संपर्क में रहता है। ऐसे में धूल से बचाव जरूरी है। चिकित्सक भी इस बात को स्वीकारते हैं। उनका कहना है कि त्वचा के विकार, लक्षण और गंभीरता दोनों काफी पीड़ादायक है। चर्म रोग को समय पर कंट्रोल नहीं करने पर गंभीर परिणाम सामने आते हैं।
शहर में धूल और वाहनों से निकलने वाला धुआं कई तरह के चर्म रोग को जन्म दे रहा है। इसकी वजह से शहर में चर्म रोग के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। त्वचा शरीर का सबसे विस्तृत तंत्र है। जो सीधे बाहरी वातावरण के संपर्क में रहता है। ऐसे में धूल से बचाव जरूरी है। चिकित्सक भी इस बात को स्वीकारते हैं। उनका कहना है कि त्वचा के विकार, लक्षण और गंभीरता दोनों काफी पीड़ादायक है। चर्म रोग को समय पर कंट्रोल नहीं करने पर गंभीर परिणाम सामने आते हैं।
छोटे बच्चों में देखने को मिल रही बीमारी
शरीर की अंदरूनी बीमारी का प्रतिबिंब चर्म रोग है। पहले युवावस्था पार करने के बाद जिन बीमारियों से लोग घिरते थे। ऐसी बीमारियां अब कम उम्र के बच्चों में भी देखने को मिल रही है। स्किन से संबंधित ऐसी कई बीमारियां हैं। जिसका समय रहते समुचित इलाज नहीं कराने से खतरे की स्थिति बनती है।
शरीर की अंदरूनी बीमारी का प्रतिबिंब चर्म रोग है। पहले युवावस्था पार करने के बाद जिन बीमारियों से लोग घिरते थे। ऐसी बीमारियां अब कम उम्र के बच्चों में भी देखने को मिल रही है। स्किन से संबंधित ऐसी कई बीमारियां हैं। जिसका समय रहते समुचित इलाज नहीं कराने से खतरे की स्थिति बनती है।
चर्मरोग के लक्षण
चर्म रोग एक बेहद गंभीर रोग है। जिसमें त्वचा पर छोट-छोटे दाने निकलने लगते हैंै। इसे एक्जिमा भी कहा जाता है। इस रोग में त्वचा पर खुजली दर्द और जलन होती रहती है। फिर ये दाग के रूप में त्वचा में फैलने लगता है। चर्मरोग के घमोरी, दाद, एक्जिमा, सफेद दाग, एलर्जी, खुजली, छाल रोग शामिल है। इसका सही समय पर उपचार नहीं करने पर यह रोग शरीर में किसी भी जगह फैल जाता है। इससे रोगी को बुखार भी आने लगता है।
चर्म रोग एक बेहद गंभीर रोग है। जिसमें त्वचा पर छोट-छोटे दाने निकलने लगते हैंै। इसे एक्जिमा भी कहा जाता है। इस रोग में त्वचा पर खुजली दर्द और जलन होती रहती है। फिर ये दाग के रूप में त्वचा में फैलने लगता है। चर्मरोग के घमोरी, दाद, एक्जिमा, सफेद दाग, एलर्जी, खुजली, छाल रोग शामिल है। इसका सही समय पर उपचार नहीं करने पर यह रोग शरीर में किसी भी जगह फैल जाता है। इससे रोगी को बुखार भी आने लगता है।
यह भी मुख्य कारण:
– अनियमित आहार
– शरीर की साफ – सफाई
– कब्ज या एलर्जी
– अनियमित आहार
– शरीर की साफ – सफाई
– कब्ज या एलर्जी