अनुमान है कि रबी सीजन की गेहूं सहित सरसों, चना व मसर फसलों की खरीद यहां भी मई माह में शुरू हो जाएगी। इसके तहत ही शासन की ओर से हाल में अपने पोर्टल पर किसानों के आनलाइन पंजीयन की प्रक्रिया शुरू की गई मगर अब तक इसके प्रति किसानों की उदासीनता ही सामने आई है। सामने आया कि इस सप्ताह के आरंभ में 17 फरवरी तक जिले में समर्थन मूल्य पर सरकार को गेहूं बेचने के लिए मात्र 2780 किसानों ने ही अपना पंजीयन कराया है। इसके विपरीत रबी सीजन की दूसरी मुख्य फसल सरसों की समर्थन मूल्य पर बिक्री के लिए तो पंजीयन कराने वाले किसानों की संख्या सैकड़ा तक में ही सिमटी है। इसी सीजन की फसल चना व मसर बिक्री का हाल तो और भी खराब है।
शासकीय पोर्टल की स्थिति बताती है कि जिले में रबी फसल की समर्थन मूल्य पर सरकार को बिक्री करने के पूर्व पंजीयन कराने वाले किसानों की संख्या अब तक बेहद सीमित है। जिले में सोमवार तक समर्थन मूल्य पर गेहूं बिक्री करने के लिए केवल 2780 किसानों का पंजीयन हुआ। इसी प्रकार समर्थन मूल्य पर ही सरसों की बिक्री करने के लिए जिले में अब तक केवल 541, चना बिक्री के लिए 442 तथा मसर बेचने के लिए मात्र 62 किसानों ने पंजीयन की औपचारिकता पूरी की है। इसके विपरीत जिले में बुवाई की स्थिति के दृष्टिगत समर्थन मूल्य पर गेहूं बिक्री करने के लिए लगभग आठ हजार किसानों का पंजीयन होने का अनुमान लगाया गया है।
बीते वर्ष जिले में शासन को गेहूं बेचने वाले किसानों की संख्या करीब साढ़े छह हजार थी। इसके मुकाबले इस बार बुवाई का क्षेत्रफल बढऩे के कारण समर्थन मूल्य पर गेहूं बिक्री के लिए बीते वर्ष के मुकाबले अधिक संख्या में पंजीयन होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसी आधार पर यह संख्या आठ हजार तक पहुंचने के बारे में सोचा गया है मगर शासन के पोर्टल पर पंजीयन कराने के लिए अंतिम तिथि 28 फरवरी तय है जबकि इसमें केवल आठ दिन ही बचे हैं। बताया गया कि जिले में अंतिम तिथि के आसपास ही अधिक संख्या में पोर्टल पर पंजीयन होने की परिपाटी रही है। इसलिए अधिकारी सूत्र अंतिम तिथि तक अनुमान के अनुसार सीजन की मुख्य फसल गेहूं बिक्री के लिए पंजीयन होने की बात कहते हैं।
अब तक हुए पंजीयन
– गेहूं 2780 किसान
– सरसों 541 किसान
– चना 442 किसान
– मसर 62 किसान
– गेहूं 2780 किसान
– सरसों 541 किसान
– चना 442 किसान
– मसर 62 किसान