खाद्य निरीक्षक के टीम का यह हाल तब है जबकि दीपावली का त्यौहार सिर पर है और मिलावट का कारोबार जमकर हो रहा है। तय है कि अधिकारियों की इस निष्क्रियता के चलते लोग पर्व के दौरान नकली मिठाइयां खरीदने मजबूर होंगे। वैसे तो बाजार में मिलावटी खाद्य सामग्री मिलना आम हो गया है लेकिन पर्व पर भी कार्रवाई की खानापूर्ति अधिकारियों की संवेदनहीनता को बयां करता है। मिलावट पर रोक लगाने के लिए नियुक्त अधिकारी मोटी पगार लेने के बावजूद कार्रवाई में खानापूर्तिकर रहे हैं।
यूपी से आने लगी खेप
सूत्र बताते हैं कि पर्व के दौरान मिलावटी खोवा की खेव यूपी से आती है। यह विभाग के अधिकारियों के जानकारी में रहता है। इसक बावजूद इस पर कार्रवाई नहीं की जाती है। नतीजा यह है कि वही नकली खोवा लोग खरीदने को मजबूर होते हैं। यह सेहत पर भारी पड़ सकता है। इसकी परवाह विभाग के अफसरों को नहीं है।
सूत्र बताते हैं कि पर्व के दौरान मिलावटी खोवा की खेव यूपी से आती है। यह विभाग के अधिकारियों के जानकारी में रहता है। इसक बावजूद इस पर कार्रवाई नहीं की जाती है। नतीजा यह है कि वही नकली खोवा लोग खरीदने को मजबूर होते हैं। यह सेहत पर भारी पड़ सकता है। इसकी परवाह विभाग के अफसरों को नहीं है।
यहां ये लिए गए सेंपल
कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी साबिर अली व टीम की ओर से अभियान के तहत सिंगरौली रेलवे स्टेशन के सामने प्रतिष्ठान व तहसील देवसर अंतर्गत बरगवां क्षेत्र की मिष्ठान दुकानों से कुल १5 नमूने लिए गए हैं। घी, रसगुल्ला, सोनपापड़ी, काजू बर्फी, बेसन लड्डू, आटा, काजू कटली, मावा गजक आदि का सेंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है।
कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी साबिर अली व टीम की ओर से अभियान के तहत सिंगरौली रेलवे स्टेशन के सामने प्रतिष्ठान व तहसील देवसर अंतर्गत बरगवां क्षेत्र की मिष्ठान दुकानों से कुल १5 नमूने लिए गए हैं। घी, रसगुल्ला, सोनपापड़ी, काजू बर्फी, बेसन लड्डू, आटा, काजू कटली, मावा गजक आदि का सेंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है।