लेकिन अफसोस की बात यह है कि ग्रेड में कोई सुधार नहीं हुआ। सिंगरौली जिला अभी भी डी ग्रेड की श्रेणी में ही है। प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था की हालत इस कदर खराब है कि कोई भी जिला ए एवं बी ग्रेड में नहीं है। मात्र एक जिला सी ग्रेड में है। इसके अलावा सभी डी ग्रेड में हैं। जिसमें सिगरौली भी शामिल है।
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक माह शासकीय स्कूलों की ग्रेडिंग हो रही है। अक्टूबर माह की ग्रेडिंग जारी होने के बाद अब आगे नवंबर माह की ग्रेडिंग जारी की जाएगी। जिसमें सीखना सिखाना, विद्यार्थी प्रगति, शिक्षक कार्य प्रदर्शन के आधार पर ग्रेडिंग जारी की जाएगी। इस प्रकार प्रत्येक महीने अलग – अलग विंदुओं को लेकर ग्रेडिंग जारी की जाती है। इसका उद्देश्य स्कूलों में सुधार लाना है।
निरीक्षण में मिला 00 अंक
जारी हुई ग्रेडिंग के मुताबिक शाला निरीक्षण में 10 में से 00 अंक मिले हैं। जिला शिक्षा अधिकारी एवं उनका अमला इस महीने स्कूलों का निरीक्षण नहीं किया। यही वजह रही कि 0 अंक मिले। ऐसे में यदि विभाग के जिम्मेदार लापरवाही करेंगे तो सुधार आ पाना मुश्किल है। इसी प्रकार बायोमेट्रिक उपस्थिति भी नहीं हो पा रही है। समग्र पोर्टल पर कार्य समय पर नहीं हो पा रहा है।
इस प्रकार मिले अंक
सीएम हेल्पलाइन – 10 – 6.5
कोर्ट केश पूर्ति – 5 – 3.6
रमसा राशि व्यय – 10 – 4.5
शाला निरीक्षण – 10 – 00
अकादमिक ग्रेडिंग – 30 – 0.07
समग्र प्रोफाइल – 10 – 00
युक्ति युक्तकरण – 10 – 10
बायोमेट्रिक – 5 – 00
आत्मरक्षा प्रशिक्षण – 5 – 4.09
संंभाग में पहले स्थान पर
सिंगरौली – 14
रीवा – 32
सीधी – 46
सतना – 50