मंत्री की घोषणा के मुताबिक पार्क के लिए डीएमएफ और शासन से बजट मिला तो पार्क को प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों में शामिल होने से कोई नहीं रोक सकता है। वन विभाग की सराहना करते हुए मंत्री ने कहा कि माड़ा का यह स्थल लोगों को वास्तुकला व प्राचीन सभ्यता से परिचय कराएगा। विशेष वनस्पति व जीव-जंतुओं से मिलाने का काम करेगा।
जिले में स्थित माड़ा गुफाएं बेहद प्राचीन स्थल है। देशी व विदेशी पर्यटक अब इस रमणीक स्थल का आनंद ले सकेंगे। कहा कि वह वादा करते हैं कि बजट का अभाव इसके विकास में आड़े नहीं आएगा। मांडा में आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम में इससे पहले वनमंडल अधिकारी विजय सिंह ने ग्रामीण विकास मंत्री पटेल सहित अन्य अतिथियों का स्वागत किया।
डीएफओ ने बताया कि विवाह माड़ा की मुख्य गुफा में वास्तु शास्त्र के महामंडप की चित्रकारी के निशान मिलते हैं। मंडप के पीछे चार प्रवेश द्वार वाला केन्द्रीय गर्भ गृह है। यह सरंचनात्मक मंदिर वास्तुकला को दर्शाता है। काफी विद्वानों ने यहां वास्तु कला का अध्ययन किया है। उल्लेखनीय है कि माड़ा गुफाओं का विशेष महत्व है मगर अब तक वहां तक आवागमन की सही व्यवस्था व सुविधाओं का विस्तार नहीं हो पाया। इस कारण पर्यटकों को वहां तक पहुंचने में परेशानी है।