नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक शहर में अवैध कब्जा हटाने को लेकर उनकी ओर से पहले से ही योजना बनाई गई है। किसी को कोई समस्या न हो, इसके लिए पहले तीन बार नोटिस जारी किया गया। उसके बाद अतिक्रमण पर बुल्डोजर चलाने की कार्रवाई की गई। अधिकारियों का दावा है कि उनकी ओर से आखिरी और चौथी बार नोटिस 29 मई को दी गई। आखिरी अल्टीमेटम में अतिक्रमणकारियों से कहा गया कि वह 24 घंटे के भीतर अवैध कब्जा हटा लें। अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो उसे ध्वस्त कर सामान जब्त कर लिया जाएगा। इसके बावजूद लोगों ने अवैध कब्जा नहीं हटाया तो उस पर बुल्डोजर चलवाना पड़ा।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने सुबह ही दलबल के साथ निकले अधिकारियों ने सबसे पहले सामुदायिक भवन बिलौंजी के आस-पास हुआ अतिक्रमण पर बुल्डोजर चलवाया। उसके बाद जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर के पास स्थित मीट मार्केट में अतिक्रमण हटाया गया। इसी प्रकार पोस्ट ऑफिस के पास स्थित पार्क के पास व कालोनी के इर्दगिर्द अतिक्रमण को हटाया गया। इस दौरान सहायक कलेक्टर संघ प्रिय (आइएसएस), निगम राजस्व अधिकारी आरपी वैश्य, कार्यपालन अधिकारी व्हीबी उपाध्याय, कार्यपालन यंत्री आरके जैन, एसडीओ रत्नाकर गजभिये, एसडीओ विद्युत प्रभारी प्रवीण गोस्वामी सहित भारी संख्या में पुलिस के जवान मौजूद रहे।
अतिक्रमण हटाने तीन बार जारी हुआ नोटिस
नगर निगम की जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों का अतिक्रमण हटाने के लिए अधिकारियों की ओर से तीन बार नोटिस जारी की गई। आखिरी बार नोटिस कार्रवाई के एक दिन पहले 29 मई को जारी की गई। एक दिन पहले जारी नोटिस में 24 घंटे के भीतर अतिक्रमण हटाने को कहा गया। नोटिस में यह स्पष्ट किया गया कि 24 घंटे के बाद निगम की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करते हुए सामान ज़ब्त कर लिया जाएगा। इसके पहले 23 अप्रैल और आठ मई को अतिक्रमण हटाने को कहा गया था।
नगर निगम की जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों का अतिक्रमण हटाने के लिए अधिकारियों की ओर से तीन बार नोटिस जारी की गई। आखिरी बार नोटिस कार्रवाई के एक दिन पहले 29 मई को जारी की गई। एक दिन पहले जारी नोटिस में 24 घंटे के भीतर अतिक्रमण हटाने को कहा गया। नोटिस में यह स्पष्ट किया गया कि 24 घंटे के बाद निगम की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करते हुए सामान ज़ब्त कर लिया जाएगा। इसके पहले 23 अप्रैल और आठ मई को अतिक्रमण हटाने को कहा गया था।
निगम ने अस्थाई रूप से दी आवास की व्यवस्था
अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान भारी बवाल और हुए समझौत के तहत नगर निगम ने कई लोगों को अस्थाई रूप से आवास की व्यवस्था उपलब्ध कराई। ताकि गर्मी के इस मौसम में उन्हें रहने की समस्या न हो। हालांकि उन सभी को इस बात की हिदायत भी दी गई कि वह खुद के रहने की व्यवस्था जल्द से जल्द कर लें। क्योंकि उन्हें रहने की व्यवस्था तात्कालिकतौर पर कुछ दिनों के लिए दी गई है। आवास की व्यवस्था नहीं किए जाने पर उन्हें वहां से भी हटाया जाएगा। निगम ने रहने की व्यवस्था समझौते के तहत दी है।
अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान भारी बवाल और हुए समझौत के तहत नगर निगम ने कई लोगों को अस्थाई रूप से आवास की व्यवस्था उपलब्ध कराई। ताकि गर्मी के इस मौसम में उन्हें रहने की समस्या न हो। हालांकि उन सभी को इस बात की हिदायत भी दी गई कि वह खुद के रहने की व्यवस्था जल्द से जल्द कर लें। क्योंकि उन्हें रहने की व्यवस्था तात्कालिकतौर पर कुछ दिनों के लिए दी गई है। आवास की व्यवस्था नहीं किए जाने पर उन्हें वहां से भी हटाया जाएगा। निगम ने रहने की व्यवस्था समझौते के तहत दी है।