सडक़ पर कचरा और मवेशियों की मौजूदगी अमले की शिथिलता को बयां करने के लिए पर्याप्त है। यह हाल तब है, जब आयुक्त शिवेंद्र सिंह की ओर से लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की कवायद भी शुरू कर दी गई है।
सर्वेक्षण के दौरान सब कुछ चकाचक मिले। इसको लेकर हाल ही में निगम अधिकारियों के लिए आधा दर्जन से अधिक आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर में महज खानापूर्ति की जा रही है।
साफ-सफाई से लेकर गंदगी करने वालों से वसूली तक में अधिकारी तटस्थता नहीं दिखा रहे हैं। यही हाल अतिक्रमण हटाने और सडक़ से मवेशीराज खत्म करने को लेकर जारी निर्देश का है। अमले की सुस्ती से वाकिफ आयुक्त ने गुपचुप तरीके से कर्मचारियों का रिपोर्ट कॉर्ड भी तैयार कराना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट कॉर्ड के आधार पर जिस कर्मचारी की लापरवाही सामने आएगी। उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बताया जा रहा है कि अब की बार सर्वेक्षण में अव्वल स्थान पाने के लिए आयुक्त की ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इसलिए वह लापरवाही बरतने वाले को किसी भी स्थिति में छूट देने को तैयार नहीं हैं।
आयुक्त की ओर से जारी महत्वपूर्ण निर्देश
– गली-मोहल्लों से निर्धारित समय पर कचरे का उठाव हो।
– गंदगी फैलाने वाले व्यक्ति व संस्था से जुर्माना वसूला जाए।
– होर्डिंग हटाने के साथ ही संबंधित पर जुर्माना लगाया जाए।
– छुट्टा मवेशियों को कब्जे में लेकर के मालिकों पर कार्रवाई।
– शासकीय व अशासकीय भवनों की दीवारों का सुंदरीकरण।
– गली-मोहल्लों से निर्धारित समय पर कचरे का उठाव हो।
– गंदगी फैलाने वाले व्यक्ति व संस्था से जुर्माना वसूला जाए।
– होर्डिंग हटाने के साथ ही संबंधित पर जुर्माना लगाया जाए।
– छुट्टा मवेशियों को कब्जे में लेकर के मालिकों पर कार्रवाई।
– शासकीय व अशासकीय भवनों की दीवारों का सुंदरीकरण।