जियावन पुलिस गुरुवार की देर रात धारदार हथियार के साथ इन्हें दबोच लिया। इसके पास से धारदार हथियार बरामद हुए हैं। ये आरोपी रीवा से बैढऩ जाने वाली यात्री बसों में रखे महंगे सामान उतार लेते थे। रात में घटना को अंजाम देते थे। देवसर के समीप सजहर जंगल में यात्री बसों की गति धीमी होने पर ये घटना को सहजता से अंजाम देते थे।
जानकारी के मुताबिक पुलिस को मुखबिर ने सूचना दिया कि कुछ लोग सजहर घाटी के नीचे लंघाडाड़ गांव को जाने वाली रोड के किनारे सफेद रंग की मारूति वैन मे बैठकर 5-6 लोग रीवा से बैढऩ जाने वाली बस में लूट पाट व डकैती डालने की साजिश रच रहे हैं। सूचना पर जियावन थाना प्रभारी ने टीम गठित कर मौके पर रवाना कर दिया। जहां टीम ने घेराबंदी कर चार आरोपियों को मौके पर गिरफ्तार कर लिया। वहीं दो आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से जंगल की ओर फरार हो गए।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
डकैती की योजना बनाते पकड़े गये आरोपियों में अहमद रजा (२२) उर्फ दादू पिता मोहम्मद सरीफ निवासी साकिन हर्रा चंदेल, सब्बीर अली (२१) उर्फ बाबा पिता मोहम्मद मुस्तफा निवासी हर्रा चंदेल, अब्बास (२१) उर्फ छोटकू पिता मुबारक मुसलमान निवासी हर्रा चंदेल, मोहम्मद रब्बानी (२०) पिता मोहम्मद मुल्फान निवासी खोभा को पुलिस ने मौके पर घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया।
डकैती की योजना बनाते पकड़े गये आरोपियों में अहमद रजा (२२) उर्फ दादू पिता मोहम्मद सरीफ निवासी साकिन हर्रा चंदेल, सब्बीर अली (२१) उर्फ बाबा पिता मोहम्मद मुस्तफा निवासी हर्रा चंदेल, अब्बास (२१) उर्फ छोटकू पिता मुबारक मुसलमान निवासी हर्रा चंदेल, मोहम्मद रब्बानी (२०) पिता मोहम्मद मुल्फान निवासी खोभा को पुलिस ने मौके पर घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों के कब्जे से आला जरब लोहे का बका ,चाकू, राड, लाठी टार्च एवं घटना स्थल से मारूती बैन बिना नंबर की जप्त कर आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 399,402 के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया।
पुलिस टीम ने दबोचा
थाना प्रभारी की ओर से गठित टीम में सहायक उप निरीक्षक श्यामबिहारी द्विवेदी, सुरेश वर्मा, प्रधान आरक्षक महेन्द्र त्रिपाठी, संजीत सिंह, प्रमोद तिवारी, सुरेश शुक्ला, शैलेन्द्र सिंह, आरक्षक राजबहोर, राजेश सिंह शामिल रहे।
थाना प्रभारी की ओर से गठित टीम में सहायक उप निरीक्षक श्यामबिहारी द्विवेदी, सुरेश वर्मा, प्रधान आरक्षक महेन्द्र त्रिपाठी, संजीत सिंह, प्रमोद तिवारी, सुरेश शुक्ला, शैलेन्द्र सिंह, आरक्षक राजबहोर, राजेश सिंह शामिल रहे।