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गरीबों के अनाज का कालाबाजारी करते कोटेदार धराया, उचित मूल्य की दुकान में वितरण के लिए आया था अनाज, जानिए क्या है मामला

locationसिंगरौलीPublished: Sep 03, 2019 01:44:16 pm

Submitted by:

Amit Pandey

किया था अवैध भंडारण….

Singrauli police caught Kotadar while black marketing of grains

Singrauli police caught Kotadar while black marketing of grains

सिंगरौली. गरीबों को मिलने वाला सस्ता अनाज शासकीय उचित मूल्य की दुकान से निकालकर पड़ोस के घर में कालाबाजारी करने के लिए कोटेदार ने रखा था। इसकी भनक जब कोतवाली पुलिस को लगी तो पुलिस ने दबिश देकर अनाज को कब्जे में ले लिया।पुलिस ने दबिश में बताए गए स्थान से पुलिस १२ बोरियों में भरा चना बरामद हुआ। कोटेदार सहित दो अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी।
पुलिस की पूछताछ में कोटेदार ने अपने काले कारनामे को उजागर करते हुए चना की कालाबाजारी करने के लिए अवैध भंडारण की बात कबूल की है।आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक जैनुल अबेदीन पिता अब्दुल जब्बार अंसारी कोटेदार काम, संतराम वैश्य पिता जियावन लाल वैश्य, जमुना प्रसाद वैश्य पिता जियावन लाल वैश्य निवासी काम ने १२ बोरा चना कालाबाजारी करने के लिए उचित मूल्य की दुकान से निकालकर संतराम वैश्य के घर में रखा था।
मुखबिरों ने इसकी सूचना कोतवाल अरूण पाण्डेय को दिया। जहां मौके पर पुलिस टीम ने दबिश देकर १२ बोरा चना जब्त करते हुए कोटेदार सहित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। कार्रवाई कोतवाली टीम में शामिल एएसआई रामजी त्रिपाठी, प्रधान आरक्षक वीरेन्द्र त्रिपाठी, आरक्षक पंकज सिंह, महेश पटेल, जितेन्द्र सेंगर, श्यामसुंदर वैश्य, राजबहोर प्रजापति ने की है।
गरीबों के हक में डाका डाल रहे कोटेदार
जानकारी के लिए बतादें कि जिलेभर में उचित मूल्य की दुकानों से ऐसे कई क्ंिवटल गरीबों को मिलने वाले अनाज का कालाबाजारी हो रहा है। यह सब विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से कोटेदार कर रहे हैं। गरीबों का हक छीनकर कोटेदार अपनी तिजोरी भरने में जुटे हैं। ऐसे भ्रष्ट कोटेदारों पर विभाग के अधिकारी मेहरबान हैं। बल्कि कालाबाजारी का मामला संज्ञान में आने पर पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ती है। जबकि विभाग को भी कार्रवाई करनी चाहिए।
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