मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई थी। पुलिस अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर पतासाजी में जुटी थी। पतासाजी के दौरान मुखबिरों की सूचना मिली कि जेल से रिहाई के बाद रवि चौधरी व रविंद्र चौधरी कुछ लोगों के साथ कॉलोनियों में घूमता रहता है। जिसके बाद शक के आधार पर पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। पूछताछ में आरोपियों ने जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने रवि चौधरी व रविंद्र चौधरी की निशानदेही पर उसके साथी अर्जुन चौधरी व दो अन्य नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
…और एेसे बरामद हुआ मशरुका
चोरी के खुलासे में आरोपी रवि चौधरी पिता रामलाल चौधरी उम्र 22 वर्ष निवासी साईंनगर के घर से डेढ़ लाख रुपए का दो नग सोने का कंगन, आरोपी रविंद्र चौधरी पिता सीताराम चौधरी उम्र 23 वर्ष निवासी साईंनगर के कब्जे से 58 हजार छह सौ रुपए का दो नग सोने का झुमका व एक सोने की अंगूठी, आरोपी अर्जुन चौधरी पिता विजय चौधरी उम्र 19 वर्ष निवासी साईं नगर के घर से 17 हजार 760 रुपए का एक नग सोने का झाला, एक नग सोने का लॉकेट और दो अन्य नाबालिग आरोपियों के पास से 11 हजार 800 रुपए का 5 नग चांदी का पायल व एक मोबाइल बरामद हुआ है।
चोरी के खुलासे में आरोपी रवि चौधरी पिता रामलाल चौधरी उम्र 22 वर्ष निवासी साईंनगर के घर से डेढ़ लाख रुपए का दो नग सोने का कंगन, आरोपी रविंद्र चौधरी पिता सीताराम चौधरी उम्र 23 वर्ष निवासी साईंनगर के कब्जे से 58 हजार छह सौ रुपए का दो नग सोने का झुमका व एक सोने की अंगूठी, आरोपी अर्जुन चौधरी पिता विजय चौधरी उम्र 19 वर्ष निवासी साईं नगर के घर से 17 हजार 760 रुपए का एक नग सोने का झाला, एक नग सोने का लॉकेट और दो अन्य नाबालिग आरोपियों के पास से 11 हजार 800 रुपए का 5 नग चांदी का पायल व एक मोबाइल बरामद हुआ है।
आदतन अपराधी हैं गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी आदतन अपराधी हैं। इससे पहले भी कई बार मारपीट, चोरी व अन्य अपराध को अंजाम दे चुके हैं। जेल से रिहाई के बाद पुन: वारदात को अंजाम देते हैं। मोरवा सहित आसपास के थानों में आरोपियों के खिलाफ पहले भी कई अपराध दर्ज हैं। चोरी की घटना का खुलासा करने के लिए बनाई गई टीम में मोरवा निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह के अलावा उपनिरीक्षक विनय शुक्ला, सहायक उपनिरीक्षक साहब लाल सिंह, प्रधान आरक्षक राजेश द्विवेदी, बृहस्पति पटेल, अजीत सिंह, जयराम गुप्ता, आरक्षक सुबोध सिंह तोमर, नरेंद्र यादव, राजा ठाकुर व विवेक सिंह शमिल रहे।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी आदतन अपराधी हैं। इससे पहले भी कई बार मारपीट, चोरी व अन्य अपराध को अंजाम दे चुके हैं। जेल से रिहाई के बाद पुन: वारदात को अंजाम देते हैं। मोरवा सहित आसपास के थानों में आरोपियों के खिलाफ पहले भी कई अपराध दर्ज हैं। चोरी की घटना का खुलासा करने के लिए बनाई गई टीम में मोरवा निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह के अलावा उपनिरीक्षक विनय शुक्ला, सहायक उपनिरीक्षक साहब लाल सिंह, प्रधान आरक्षक राजेश द्विवेदी, बृहस्पति पटेल, अजीत सिंह, जयराम गुप्ता, आरक्षक सुबोध सिंह तोमर, नरेंद्र यादव, राजा ठाकुर व विवेक सिंह शमिल रहे।