युवाओं की ओर से पूर्व की योजना के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की लगातार मांग आ रही है, लेकिन अधिकारी हैं कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
युवाओं की मांग पर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने को लेकर अभी हाल ही में एनआरएलएम यानी राष्ट्रीय आजीविका मिशन की प्रभारी अंजुला झा ने कलेक्टर राजीव रंजन मीना के समक्ष यह प्रस्ताव रखा था, लेकिन प्रशिक्षण शुरू करने की हरी झंडी नहीं मिल सकी।
इसकी केवल एक ही वजह रही कि आवासीय प्रशिक्षण में कहीं कोई युवा कोरोना से संक्रमित हुआ तो एक नई मुसीबत खड़ी हो जाएगी। फिलहाल इन सब के बीच उन युवाओं का सपना अधूरा रह गया है जो प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद रोजगार मिलने की आस लगा बैठे थे।
प्रशिक्षण आवासीय होने से खतरा अधिक
प्रशिक्षण संबंधित योजनाएं आवासीय हैं। ऐसे में प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा अधिक होगा। इसलिए अधिकारी प्रशिक्षण शुरू करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। दावा है कि संक्रमण का खतरा कम होते ही प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू कर दिया जाएगा।
प्रशिक्षण संबंधित योजनाएं आवासीय हैं। ऐसे में प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा अधिक होगा। इसलिए अधिकारी प्रशिक्षण शुरू करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। दावा है कि संक्रमण का खतरा कम होते ही प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू कर दिया जाएगा।
स्वरोजगार व रोजगार संबंधित योजनाएं सुरक्षा गार्ड के लिए प्रशिक्षण
युवाओं को सुरक्षा गार्ड का प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार के लायक बनाने के लिए एक निजी एजेंसी को जिम्मेदारी दी गई है। एजेंसी ने अब तक 338 युवाओं को प्रशिक्षण दिया। इनमें 317 को जॉब ऑफर हो चुकी है।
युवाओं को सुरक्षा गार्ड का प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार के लायक बनाने के लिए एक निजी एजेंसी को जिम्मेदारी दी गई है। एजेंसी ने अब तक 338 युवाओं को प्रशिक्षण दिया। इनमें 317 को जॉब ऑफर हो चुकी है।
सिलाई संबंधित प्रशिक्षण
युवतियों के साथ युवकों को भी सिलाई-कढाई का प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम शुरू किया गया है। 240 को अब तक प्रशिक्षित किया गया। इनमें से 204 को बड़ी कंपनियों में रोजगार मिल चुका है।
युवतियों के साथ युवकों को भी सिलाई-कढाई का प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम शुरू किया गया है। 240 को अब तक प्रशिक्षित किया गया। इनमें से 204 को बड़ी कंपनियों में रोजगार मिल चुका है।
स्वरोजगार के लिए समूहों का चयन
महिलाओं का आत्मनिर्भर बनाने के बावत मुर्गी व बकरी पालन सहित अन्य व्यवसाय शुरू करने के बावत योजना शुरू की गई थी। स्वरोजगार की इस योजना पर भी लॉकडाउन की शुरुआत से ही लॉक लग गया है।
महिलाओं का आत्मनिर्भर बनाने के बावत मुर्गी व बकरी पालन सहित अन्य व्यवसाय शुरू करने के बावत योजना शुरू की गई थी। स्वरोजगार की इस योजना पर भी लॉकडाउन की शुरुआत से ही लॉक लग गया है।