रेलवे परामर्शदात्री समिति के सदस्य एसके गौतम के मुताबिक रेलवे प्रशासन की ओर से दी गई एक जानकारी के मुताबिक चोपन-चुनार एकल रेलखंड रेल गाडिय़ों के समय पालन व स्पीड बढ़ाए जाने को लेकर शुरू व प्रस्तावित कार्य अधिकतम वर्ष २०२२ तक पूरा कर लिया जाएगा। बताया कि बिल्ली-चोपन-रॉबट्र्सगंज-चुनार 108 किलोमीटर दूरी में निर्माण व सुधार कार्य रेल गाडिय़ों के समय पालन में सुधार के लिए कराया जा रहा है।
राज्य सभा सांसद रामशकल को पत्र के जरिए रेलवे ने अवगत कराया है कि कोयला व अन्य खनिजों की ढुलाई के प्रमुख क्षेत्र चोपन-चुनार एकल रेलखंड पर 60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से 100 किमी प्रति घंटा बढ़ाए जाने के लिए चुर्क-लूसा रेलखंड 40 किलोमीटर रेलवे ट्रैक का नवीनीकरण किया जा चुका है। जिसका स्पीड ट्रायल किया जा चुका है और मुख्य संरक्षा आयुक्त की स्वीकृति के लिए प्रक्रियाधीन है।
बाकी रह गए रेल खंड का कार्य प्रस्तावित वक्र्स प्रोग्राम 2021-22 में प्रस्तावित है और रेलवे बोर्ड को स्वीकृति के लिए भेजा गया है। इस रेलखंड के इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग कार्यों में लूसा, खैराही व रॉबट्र्सगंज स्टेशनों की इंजीनियरिंग स्केल प्लान अनुमोदित हो चुकी है। चुर्क, सक्तेगढ़, अघोरी खास और ब्लॉक हट इंजीनियरिंग स्केल प्लान अनुमोदन प्रक्रियाधीन है।
लूसा और खैराही स्टेशनों पर आधुनिक सिग्नल प्रणाली के लिए इलेक्ट्रॉनिक इंटरलाकिंग कार्य मार्च 2021 और रॉबट्र्सगंज स्टेशन पर मई 2021 तक पूरा हो जाएगा। शेष अन्य स्टेशनों चुर्क, सक्तेगढ़, अघोरी खास व ब्लॉक हट आर पर इस वर्ष के अंत दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। सक्तेगढ़ व चुनार के मध्य विश्वनाथपुरी नए स्टेशन के निर्माण के सिविल कार्य के लिए टेंडर दिया जा चुका है जो मार्च 2022 तक पूरा हो जाएगा।
पटरियों के घुमाव पर चल रहा कार्य
रफ्तार में मुख्य समस्या पटरियों के घुमाव को लेकर है। रेलखंड पर कर्व (घुमाव) कम करने, टीटीएम, रेल चेंजिंग सहित अन्य कार्य पहले से ही चल रहे हैं। बिल्ली-चोपन-चुनार 108 किलोमीटर दोहरीकरण कार्य वर्ष 2019-20 के अमरेला वर्क में स्वीकृत किया जा चुका है, जिसका सर्वेक्षण कार्य जारी है।
रफ्तार में मुख्य समस्या पटरियों के घुमाव को लेकर है। रेलखंड पर कर्व (घुमाव) कम करने, टीटीएम, रेल चेंजिंग सहित अन्य कार्य पहले से ही चल रहे हैं। बिल्ली-चोपन-चुनार 108 किलोमीटर दोहरीकरण कार्य वर्ष 2019-20 के अमरेला वर्क में स्वीकृत किया जा चुका है, जिसका सर्वेक्षण कार्य जारी है।
दिल्ली तक हो जाएगी डबल लाइन
रेलवे द्वारा कराए जा रहे व स्वीकृत कार्य के पूरा होने पर यहां सिंगरौली से दिल्ली तक डबल रेलवे लाइन हो जाएगी। इससे सिंगरौली व शक्तिनगर रेलवे स्टेशन तक आने वाली ट्रेनों की लेटलतीफी से छुटकारा मिल जाएगा। साथ ही ट्रेनों की संख्या में बढ़ोत्तरी करना भी मुमकिन हो सकेगा।
रेलवे द्वारा कराए जा रहे व स्वीकृत कार्य के पूरा होने पर यहां सिंगरौली से दिल्ली तक डबल रेलवे लाइन हो जाएगी। इससे सिंगरौली व शक्तिनगर रेलवे स्टेशन तक आने वाली ट्रेनों की लेटलतीफी से छुटकारा मिल जाएगा। साथ ही ट्रेनों की संख्या में बढ़ोत्तरी करना भी मुमकिन हो सकेगा।
कई कार्य पूरे, कई चल रहे
गौरतलब है कि सिंगरौली से चोपन, शक्तिनगर से करैला रोड व चोपन से रमना रेल खण्डों पर दोहरीकरण कार्य पहले से ही तीव्र गति से जारी है। काफी कार्य पूरा भी हो चुका है। रेलवे की ओर से विद्युतीकरण का कार्य भी इन सभी रेल खंडों पर अगले वर्ष ही पूरा हो गया है।
गौरतलब है कि सिंगरौली से चोपन, शक्तिनगर से करैला रोड व चोपन से रमना रेल खण्डों पर दोहरीकरण कार्य पहले से ही तीव्र गति से जारी है। काफी कार्य पूरा भी हो चुका है। रेलवे की ओर से विद्युतीकरण का कार्य भी इन सभी रेल खंडों पर अगले वर्ष ही पूरा हो गया है।