मोटर मालिक जाम के लिए सड़क की अव्यवस्था को जिम्मेदार मान रहे हैं। यह बात और है कि एनसीएल के अधिकारियों की ओर से जाम के लिए मोटर मालिकों को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। एनसीएल मुख्यालय में जाम की समस्या को लेकर अधिकारियों व मोटर मालिकों के बीच बैठक हुई।
बैठक में मोटर मालिकों ने सड़क की समस्या को जाम के लिए जिम्मेदार बताया। वहीं दूसरी ओर से कंपनी अधिकारियों ने मोटर मालिकों को भी इसके लिए जिम्मेदार बताया। बैठक के दौरान दोनों पक्षों की ओर से संयुक्त रूप से जाम लगने के कारण को चिह्नित कर उनके निदान का निर्णय लिया गया। अधिकारियों और मोटर मालिकों ने जल्द से जल्द बैठक में हुए समझौते पर अमल करने की बात कही।
सड़क पर खर्च हो सुरक्षा का बजट
मोटर मालिकों ने बैठक के दौरान कहा कि उनसे हर रोज 500 रुपए प्रति वाहन व एक रुपए प्रति क्विंटल की दर से सड़क सुरक्षा के मद में शुल्क वसूल किया जाता है, लेकिन यह शुल्क सड़क सुरक्षा पर खर्च नहीं हो रहा है। मांग है कि प्रशासन इस शुल्क से एकत्र बजट को सड़क बेहतर करने के लिए खर्च करें।
मोटर मालिकों ने बैठक के दौरान कहा कि उनसे हर रोज 500 रुपए प्रति वाहन व एक रुपए प्रति क्विंटल की दर से सड़क सुरक्षा के मद में शुल्क वसूल किया जाता है, लेकिन यह शुल्क सड़क सुरक्षा पर खर्च नहीं हो रहा है। मांग है कि प्रशासन इस शुल्क से एकत्र बजट को सड़क बेहतर करने के लिए खर्च करें।
चिह्नित समस्या व निदान
– कोल परिवहन में पुराने वाहनों को नहीं लगाया जाए।
– कोल परिवहन लगे वाहन में ओवरलोडिंग बंद की जाए।
– जयंत-मोरवा मार्ग जहां सकरी है, वहां चौड़ी की जाए।
– मुड़वानी पर्यटन स्थल के मद्देनजर वैकल्पिक मार्ग बनाएं।
– कोल वाहनों में मालिक का नाम व मोबाइल नंबर लिखें।
– इस मार्ग में सुरक्षा के मद्देनजर जगह-जगह पुलिस लगाएं।
– माजन मोड़ से कोयला परिवहन की अनुमति दी जाए।
– कोल परिवहन में पुराने वाहनों को नहीं लगाया जाए।
– कोल परिवहन लगे वाहन में ओवरलोडिंग बंद की जाए।
– जयंत-मोरवा मार्ग जहां सकरी है, वहां चौड़ी की जाए।
– मुड़वानी पर्यटन स्थल के मद्देनजर वैकल्पिक मार्ग बनाएं।
– कोल वाहनों में मालिक का नाम व मोबाइल नंबर लिखें।
– इस मार्ग में सुरक्षा के मद्देनजर जगह-जगह पुलिस लगाएं।
– माजन मोड़ से कोयला परिवहन की अनुमति दी जाए।