यह है मामला
बैढऩ – रीवा मुख्य मार्ग स्थित बरगवां बाजार से पहले लेफ्ट टर्न होकर पीसीसी सड़क से होते हुए मनिहारी गांव की बस्ती है। दोनों तरफ पहाड़ों से घिरे जंगल में गांव की बसाहट है। इस गांव में सामान्य खेती की तरह लंबे समय से अफीम की खेती की जा रही थी। किसी को इसकी भनक नहीं लगी। लोग अफीम की खेती को नहीं पहचान पाये। जंगल-पहाड़ी के बीचों बीच मनिहारी गांव के लोग सामान्य खेती से ज्यादा इसकी खेती करते थे।
पुलिस चार आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इस कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है। नौ मुख्य आरोपियों के साथ दर्जनभर लोगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
सोंठ बनाने में उपयोग करते थे
आरोपियों ने बताया कि उन्हें इसकी तस्करी का कोई ज्ञान नहीं है और न ही इसका वह नशा से संबंधित कारोबार करते हैं। बताया कि गांव के लोग सोंठ आदि बनाने के काम में लाते हैं। इधर एसपी ने गांव वालों की तमाम दलीलों को खारिज कर संबंधित आरोपियों के वयस्क लड़कों के खिलाफ भी कार्रवाई का आदेश दिया है।
मंदसौर , नीमच की तर्ज पर हो रही थी खेती
होली के दिन ड्यूटी में तैनात आरक्षक निलेश तोमर ने अफीम के पौधों को देखा तो सूचना पुलिस अधिकारियों को दी। जिसके बाद अफीम की खेती पर कार्रवाई की गई । नीमच के रहने वाले आरक्षक नीलेश ने अफीम के पौधों को पहचान लिया, क्योंकि नीमच, मंदसौर में अफीम की खेती होती है।
घर छोड़कर भागे आरोपी
मनिहारी गांव में अफीम की खेती हो रही है। इसकी सूचना आरक्षक ने टीआई आरपी सिंह को दी। टीआई ने एसपी जैन को अवगत कराया। जैन ने आबकारी टीम व अपर कलेक्टर को स्थल निरीक्षण के लिए भेजा। जहां से पुष्टि के बाद रविवार की रात ही एएसपी सूर्यकान्त शर्मा व बरगवां टीआई आरपी सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में पुलिस टीम गांव के चारों तरफ तैनात हो गई। सोमवार को एसपी ने जिला प्रशासन, आबकारी विभाग व राजस्व अमला के साथ मनिहारी गांव पहुंच कार्रवाई किया।
चार आरोपी हिरासत में
कार्रवाई के दौरान पुलिस चार आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बताया कि जमीन में उगाए गए अफीम के पौधे दो लाख से अधिक हैं। आखिर इतनी अधिक संख्या में इन पौधों को आरोपी क्या करते। इन विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रख पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
ये हैं आरोपी
बद्री वैश्य पिता लंका प्रसाद वैश्य, अंजनी वैश्य, संतकुमार वैश्य, रामलल्लू वैश्य, रामललन वैश्य, रामायण, बसंतलाल, शारदा वैश्य, तीरथ वैश्य।