एक महिला ने दूसरी महिला को पेट में मारा सरिया
सीता देवी और आशा कोरी के बीच हो रहा झगड़ा उस वक्त बढ़ गया जब सीता देवी ने विवाद करते करते एक लोहे का सरिया आशा कोरी के पेट में मार दिया। पेट में सरिया घुसने के बाद आशा कोरी बेसुध होकर मौके पर ही गिर गई। आशा की हालत देख सीता देवी भी घबरा कर अपने घर भागी और घर में मौजूद पति उदित राम को पूरी घटना के बारे में बताया। लोहे का सरिया पेट में घोंपने की बात पता चलते ही पति उदितराम ने पत्नी सीता देवी को जमकर फटकार लगाई और घायल महिला को देखने के लिए बेटे के साथ उनके घर चले गए।
पति की फटकार के बाद खुद को लगाई आग
पति की फटकार लगने से नाराज सीतादेवी ने घर में ही खुद पर केरोसिन डालकर आग लगा ली। घर से चीख पुकार की आवाज सुनकर जब तक पति उदितराम और बेटा मौके पर पहुंचे किसी तरह आग बुझाई लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। सीतादेवी पूरी तरह से जल चुकी थी और उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घायल महिला आशा कोरी को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। घायल महिला को गंभीर हालत में रीवा रेफर किया गया है। वहीं दूसरी तरफ आत्मदाह करने वाली महिला सीतादेवी के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराने के बाद उसके परिजन को सौंप दिया गया है। इस घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
पहले से नहीं था कुछ विवाद
बताया गया है कि दोनों महिलाओं के बीच पहले से कोई विवाद नहीं था। पुलिस ने बताया कि सीता देवी का कभी-कभी दिमागी संतुलन ठीक नहीं रहता था। हालांकि इस पूरे मामले में पुलिस कई बिंदुओं पर पूछताछ करते हुए जांच में जुट गई है। इस घटना को लेकर पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया है। वही आस पड़ोस के लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं भी हो रही हैं। आखिर क्या वजह थी कि जरा सी बात को लेकर सीता देवी ने ऐसा खौफनाक कदम उठाया। फिलहाल जांच के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।