scriptदशहरा पर्व : श्रद्धा व आस्था के साथ मना विजयादशमी का त्योहार | Vijyadashami festival celebrated with reverence and faith in Singrauli | Patrika News

दशहरा पर्व : श्रद्धा व आस्था के साथ मना विजयादशमी का त्योहार

locationसिंगरौलीPublished: Oct 09, 2019 08:47:56 pm

Submitted by:

Amit Pandey

जय श्रीराम से गूंज उठा वातावरण…..

Vijyadashami festival celebrated with reverence and faith in Singrauli

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सिंगरौली. अहंकारी रावण का श्रीराम ने दहन कर दिया। जिस पल का सब को इंतजार था आखिर वह दिन आ ही गया। असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक दशहरा पर्व बुराई के प्रतीक रावण के पुतले को जलाकर मनाया गया। रावण के प्रतीक पुतला दहन के बाद जय श्रीराम उद्घोष से वातावरण गूंज उठा। मुख्य कार्यक्रम बैढऩ के रामलीला मैदान में हुआ। इस दौरान लोगों ने अपने अंदर एवं समाज की बुराई को दूर करने का संकल्प लिया एवं भगवान श्रीराम के आदर्शो पर चलने की शपथ ली। मंगलवार रात रामलीला मैदान में सैकड़ों लोगों के सामने भगवान श्रीराम ने अहंकार रूपी रावण का दहन कर दिया। इसी के साथ लोगों ने सत्य की विजय पर श्रीराम के जयकारे लगाए। रामलीला मैदान में हुआ यह कार्यक्रम बेहद की रोमांचक रहा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन रहे। वहीं विशिष्ट अतिथि एएसपी प्रदीप शेंडे, सीएसपी अनिल सोनकर, कोतवाल अरुण पाण्डेय, उपस्थित रहे। इस दौरान व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजाराम केशरी, लक्ष्मी चंद दुबे, गोपाल अग्रवाल, रामलल्लू शाह, रामसेवक गुप्ता, किशोर केसरवानी, मूलचंद केसरवानी, जितेंद्र सिंह, राममिलन सोनी व गोरेलाल शाह सहित कई अधिकारी, कर्मचारी एवं आम लोग मौजूद रहे। राम-रावण युद्ध की लीला के दौरान रामलीला के पात्रों ने मल्ल युद्ध, गदा युद्ध जैसे प्राचीन युद्ध कौशल का बेहतर प्रदर्शन कर दर्शकों वाहवाही लूटी। जैसे-जैसे श्रीराम की सेना अपने पराक्रम से राक्षसी सेना को तहस-नहस करते हुए आगे बढ़ती वैसे -वैसे उपस्थित जन समुदाय जय हनुमान, जय श्रीराम के उद्घोष से श्रीराम की सेना का समर्थन करते नजर आयी। श्रीराम भक्त विभिषण ने रावण के जीवन रहस्य से अवगत कराते हुए राम को बतलाया कि रावण के नाभि कुंड में अमृत है बैगर नाभि कुंड पर प्रहार किए रावण पर विजय नहीं पायी जा सकती। श्री राम ने रावण के नाभिकुण्ड पर बाण का संधान किया। नाभि कुंड पर बाण लगते ही हॉ राम का उच्चारण करते रावण धरती पर गिर पड़ा । रावण के धरती पर गिरते ही जन समुदाय ने जय श्री राम, लखन लाल की जय, वीर हनुुमान की गगन भेदी जयकारों से लीला के कलाकारों का उत्साह बढ़ाया।
कई स्थानों पर हुए कार्यक्रम
रामलीला मैदान के साथ ही जिले में कई स्थानों पर रावण का पुतला जलाया गया। विंध्यनगर में भी रंगारंग कार्यक्रम हुआ। जहा लोगों ने बढ़चढक़र भाग लिया। इसी प्रकार मोरवा, अमलोरी समेत एनसीएल की दुधिचुआ, जयंत, गोरबी सहित अन्य परियोजनाओं में बुराई के रूप में रावण का पुतला जलाया गया। इसी तरह से एनटीपीसी, विंध्याचल में भी विजयदशमी का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। बरगवां व बैढऩ में भी रावण का पुतला जलाकर लोगों ने दशहरे का त्यौहार उत्साह पूर्वक मनाया। उधर, गजरा-बहरा, सरई, गोरबी, देवसर आदि जगहों पर रावण का पुतला जलाकर विजय दशमी का त्योहार मनाया गया।
देर रात तक होती रही आतिशबाजी
कार्यक्रम को आकर्षक बनाने के लिए रावण दहन से पहले रंगारंग आतिशबाजी की गई। आकाश में रंगबिरंगी चिंगारी अत्यंत ही सुसोभित हो रही थी, सैकड़ों की संख्या मेंं मौजूद लोगों को उत्साह वर्धन हो रहा था। लोग भी काफी उत्साह से कार्यक्रम का आनंद लेते रहे। करीब 20 मिनट तक आतिश बाजी होती रही। जो कार्यक्रम को और भी रोमांचक बना दिया।
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