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सिंगरौली

दो दिन बीते मगर खरीद का आंकड़ा शून्य, कुछ दिन और देरी का अनुमान

खरीद केंद्रों पर किसान का इंतजार….

सिंगरौलीDec 05, 2019 / 01:10 pm

Amit Pandey

Waiting for farmers at procurement centers in Singrauli

Waiting for farmers at procurement centers in Singrauli

सिंगरौली. बैढऩ सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्र में खरीफ के चालू सीजन में समर्थन मूल्य पर धान खरीद के लिए केंद्र तो खुल गए मगर अब तक खरीद का आंकड़ा शून्य पर ही टिका है। यहां सरकारी एजेंसियों के स्तर पर सोमवार से धान खरीद के लिए केंद्र खोल दिए गए पर 28 में से किसी भी केंद्र पर सोमवार व मंगलवार तक दो दिन में एक भी किसान से धान की खरीदारी नहीं हो सकी है। हालांकि आपूर्ति व सहकारिता विभाग अधिकारी हर केंद्र पर धान खरीद की व्यवस्था होने का दावा कर रहे हैं। इस बीच नमी सहित अन्य कारण से खरीद केंद्रों पर धान की आवक शुरू होने में कुछ दिन और लगने की बात कही जा रही है। इस कारण अब तक खरीद शुरू नहीं हो पाना सामने आया है। यह हाल खरीद सप्ताह देरी से शुरू होने के बाद है।
इस बार धान की सरकारी खरीद दो दिसंबर सोमवार से एक सप्ताह देरी से शुरू की गई। इसे टालने का कारण फिलहाल धान में नमी अधिक होना रहा। इसके बाद अब सप्ताह बाद भी खरीद शुरू होने के बाद भी पुरानी स्थिति ही बताई गई। माना जा रहा है कि अब भी धान में नमी सरकारी खरीद के तय मानक से अधिक है और उसे सूखने मंें एक सप्ताह और लग सकता है। इसके चलते अनुमान है कि जिले में सभी केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर धान की सरकारी खरीद 10-12 दिसंबर के आसपास व्यवस्थित तौर पर शुरू हो पाएगी। माना जा रहा है कि इन तिथियों के बाद ही केंद्रों पर धान की बंपर आवक शुरू होगी। तब तक केंद्रों पर एक-दो किसानों के ही पहुंचने का अनुमान है। बताया गया कि अभी धान में नमी अधिक होने के चलते किसान भी रबी फसलों की बुवाई में व्यस्त है। इस कारण भी खरीद केंद्र सूने पड़े हैं।
जिले में इस बार खरीफ सीजन में छह से साढ़े छह हजार मीट्रिक टन धान की समर्थन मूल्य पर खरीद होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके लिए बैढऩ सहित सभी तहसील मुख्यालय और गांवों में 28 धान खरीद केंद्र बनाए गए हैं। वहां शासन के लिए ग्राम समितियां किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीद करेंगी। समितियों की ओर से की जाने वाली खरीद व्यवस्था पर आपूर्ति व सहकारिता विभाग के स्तर पर निगरानी की जाएगी ताकि खरीद केन्द्र पर बिक्री के लिए धान लेकर आने वाले किसानों को परेशानी नहीं हो तथा तोल में गड़बड़ी को रोका जा सके।
ये है नमी का मानक
केंद्र व राज्य सरकार की ओर से समर्थन मूल्य पर की जाने वाली धान की खरीद के लिए पांच शर्त तय हैं। इनमें बिक्री के लिए आने वाले धान मंे नमी की स्थिति मुख्य है। गाइड लाइन के अनुसार एजेंसियों की ओर से मात्र 17 प्रतिशत तक ही नमी वाले धान की खरीद की जाएगी। सरकार की ओर से इससे अधिक नमी वाले धान की खरीद नहीं की जाएगी। इसी प्रकार धान में मिट्टी, फसल का कचरा, बदरंग व क्षतिग्रस्त दाने आदि के लिए भी मानक तय हैं। बताया गया कि केन्द्र पर आने वाले धान में नमी या अन्य तत्व मानक से अधिक पाए जाने पर उसकी खरीद से मना किया जा सकता है। बताया गया कि इसके विपरीत यहां धान में अभी नमी की मात्रा मानक से काफी अधिक है। इसलिए खरीद केंद्र लाने से पहले किसानों को धान को सूखाने के बाद ही लाने की सलाह दी जा रही है।

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