सहकारिता विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जिले के 30 केंद्रों में शुरू हुई खरीदी 25 मई की अंतिम तिथि पर खत्म हो गई है। शासन स्तर से भी इस बावत घोषणा कर दी गई है। इस प्रकार से अब गेहूं की खरीदी के लिए अंतिम तिथि बढऩे की कोई संभावना नहीं है। पिछले कई दिनों से बिक्री के लिए किसानों के केंद्रों पर नहीं पहुंचने की वजह से भी तिथि बढ़ाने की जरूरत नहीं समझी गई है।
अधिकारियों की माने तो इस बार सभी केंद्रों को मिलाकर जिले भर में 276907.11 क्विंटल गेहूं की खरीदारी की गई है। पिछले वर्ष की तुलना में अब की बार खरीदारी 4491.11 क्विंटल अधिक है। पिछले वर्ष 272415 क्विंटल गेहूं की खरीदी हुई थी। इस प्रकार खरीदी में बढ़ोत्तरी तो हुई है, लेकिन अधिकारियों की ओर से लगाए गए अनुमान के मुताबिक खरीदारी नहीं हो सकी है। बता दें कि अब की बार साढ़े तीन लाख क्विंटल से अधिक गेहूं की खरीदारी का अनुमान लगाया गया था।
बाजार में ही मिल गया बेहतर दाम
किसानों ने गेहूं की बिक्री के लिए खरीदी केंद्र तक जाने में रुचि नहीं दिखाई है। इसकी मुख्य वजह यह रही कि उन्हें घर के पास ही स्थानीय व्यापारियों ने लगभग समर्थन मूल्य के बराबर दाम दे दिया। बताया गया कि किसानों को व्यापारियों ने उनके घर पहुंचकर ही 1800 रुपए प्रति क्विंटल या इससे अधिक की कीमत दे दी। नतीजा यह रहा कि किसान केंद्र के बजाए स्थानीय व्यापारियों को ही गेहूं देकर नकद प्राप्त कर लिया। बता दें कि गेहूं की बिक्री करने के बावत जिले में 12051 किसानों ने पंजीयन कराया था, लेकिन गेहूं की बिक्री के लिए केंद्र तक पहुंचने वालों की संख्या महज 7778 रही है।
किसानों ने गेहूं की बिक्री के लिए खरीदी केंद्र तक जाने में रुचि नहीं दिखाई है। इसकी मुख्य वजह यह रही कि उन्हें घर के पास ही स्थानीय व्यापारियों ने लगभग समर्थन मूल्य के बराबर दाम दे दिया। बताया गया कि किसानों को व्यापारियों ने उनके घर पहुंचकर ही 1800 रुपए प्रति क्विंटल या इससे अधिक की कीमत दे दी। नतीजा यह रहा कि किसान केंद्र के बजाए स्थानीय व्यापारियों को ही गेहूं देकर नकद प्राप्त कर लिया। बता दें कि गेहूं की बिक्री करने के बावत जिले में 12051 किसानों ने पंजीयन कराया था, लेकिन गेहूं की बिक्री के लिए केंद्र तक पहुंचने वालों की संख्या महज 7778 रही है।
खम्हारडीह केंद्र पर सबसे अधिक खरीदी
सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त पीके मिश्रा के मुताबिक सबसे अधिक गेहूं की खरीदारी खम्हारडीह समिति केंद्र में हुई है। वहां 358 किसानों ने 20250 क्विंटल गेहूं की बिक्री किया है। जबकि सबसे कम खरीदी घोघरा समिति केंद्र पर हुई है। वहां महज 51 किसान गेहूं की बिक्री करने पहुंचे हैं। इन किसानों से 1269 क्विंटल गेहूं की खरीदारी की गई है। अधिकारियों के मुताबिक खरीदी के बाद उठाव की प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी है। साथ ही ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत भुगतान का कार्य भी जारी है। जल्द ही किसानों को भुगतान का कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा।
सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त पीके मिश्रा के मुताबिक सबसे अधिक गेहूं की खरीदारी खम्हारडीह समिति केंद्र में हुई है। वहां 358 किसानों ने 20250 क्विंटल गेहूं की बिक्री किया है। जबकि सबसे कम खरीदी घोघरा समिति केंद्र पर हुई है। वहां महज 51 किसान गेहूं की बिक्री करने पहुंचे हैं। इन किसानों से 1269 क्विंटल गेहूं की खरीदारी की गई है। अधिकारियों के मुताबिक खरीदी के बाद उठाव की प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी है। साथ ही ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत भुगतान का कार्य भी जारी है। जल्द ही किसानों को भुगतान का कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा।
फैक्ट फाइल
गेहूं की कुल खरीदी 276907.11 क्विंटल
पिछले बार हुई खरीदारी 272416 क्विंटल
खरीदारी का अनुमान 3.5 लाख क्विंटल
बिक्री करने वाले किसानों की संख्या 7778
बिक्री के लिए पंजीकृत किसान 12051
गेहूं की कुल खरीदी 276907.11 क्विंटल
पिछले बार हुई खरीदारी 272416 क्विंटल
खरीदारी का अनुमान 3.5 लाख क्विंटल
बिक्री करने वाले किसानों की संख्या 7778
बिक्री के लिए पंजीकृत किसान 12051