उल्लेखनीय है कि सोमवार की रात कोरसर में एक युवक को जिंदा जलाए जाने की बात सामने आई थी। बताया गया था कि प्रेम प्रसंग के चलते युवक को युवती के परिजनों ने आग लगाकर जिंदा जला दिया गया। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची मामले की जांच की लेकिन अभी तक हत्या का मामला दर्ज नहीं किया है। 48 घंटे बाद भी आरोपियों पर मामला दर्ज न होना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है।
यह है पूरा मामला
मिली जानकारी के मुताबिक प्रवीण कुमार जायसवाल उर्फ दवाई लाल पिता स्व.रामलखन जायसवाल निवासी कोरसर सोमवार को कोरसर में ही कुछ लोगों ने जला दिया। वह वहां अपनी प्रेमिका से मिलने गया था। इसी वजह से प्रेमिका के परिजनों ने उसके शरीर पर आग लगा दी। इसके बाद वह बचाओं – बचाओं करता हुआ भागा। गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे लेकर चितरंगी अस्पताल पहुंची। प्रवीण के परिजनों ने मुताबिक पुलिस के सामने प्रवीण ने बताया है कि उसे युवती केे परिजनों ने जलाया है। चितरंगी अस्पताल में जब उसे ले जाया गया तो वह जिंदा था लेकिन उसकी गंभीर हालत को देखते हुए बैढऩ रेफर किया गया। बैढऩ आने के दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गर्ई।
परिजन हत्या का मामला दर्ज करने की कर रहे मांग
पीडि़त के परिजनों ने मंगलवार को भी चितरंगी थाने के सामने खूब हंगामा किया। इसके बाद बुधवार को भी वे इस बात को लेकर नाराज हैं कि पुलिस ने अभी तक हत्या का मामला दर्ज नहीं किया है।जबकि घायल अवस्था में प्रवीण ने बताया है कि उसे जलाया गया है। इसके बाद भी पुलिस मनमानी कर रही है।
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अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता। मामले की जांच चल रही है। हत्या हुई है या नहीं अभी हम नहीं कह सकते।
अजय राजौरिया, थाना प्रभारी चितरंगी