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बहुचर्चित डोडा प्रकरणः तस्कर को छुड़वाने के लिए रुपयों की व्यवस्था कराने वाला गिरफ्तार

locationसिरोहीPublished: Nov 29, 2021 08:45:05 pm

Submitted by:

Kamlesh Sharma

जिले के बरलूट पुलिस थाना क्षेत्र में बहुचर्चित रुपए लेकर आरोपी को फरार करने वाले मामले में सिरोही जिला पुलिस अधीक्षक ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे।

Barloot poppy case: accused arrested sirohi police

जिले के बरलूट पुलिस थाना क्षेत्र में बहुचर्चित रुपए लेकर आरोपी को फरार करने वाले मामले में सिरोही जिला पुलिस अधीक्षक ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे।

सरूपगंज (सिरोही)। जिले के बरलूट पुलिस थाना क्षेत्र में बहुचर्चित रुपए लेकर आरोपी को फरार करने वाले मामले में सिरोही जिला पुलिस अधीक्षक ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे। जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. देवेन्द्र कुमार शर्मा, सिरोही उप अधीक्षक मदनसिंह, पिंडवाड़ा वृताधिकारी किशोरसिंह के सुपरविजन में मामले की जांच कर रहे सरूपगंज थानाधिकारी हरिसिंह राजपुरोहित मय टीम ने मुखबिरों व तकनीकी सोर्स से हासिल सूचनाओं का विश्लेषण कर मुल्जिमानों के ठिकानों जिला जालोर व बाड़मेर में दबिश दी गई।
गहनता से अनुसंधान कर अज्ञात मुल्जिम को नामजद कर तस्करों को आर्थिक मदद करने तथा पुलिस से पकड़े हुए तस्कर दिनेशकुमार छुड़वाने के लिए रुपयों की व्यवस्था करवाने वाले आरोपी हेमाराम पुत्र छोगाराम विश्नोई निवासी सेवाड़ा पुलिस थाना चितलवाना जिला जालोर को पकड़ लिया। साथ ही मनोवैज्ञानिक तरीके से गहनता से पूछताछ की गई तो आरोपी हेमाराम ने अपना जुर्म स्वीकार किया।
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पूछताछ में खुलासा होगा पूरे नेटवर्क का
गिरफ्तार हेमाराम विश्नोई से मनोवैज्ञानिक तरीको से पूछताछ की जाकर तस्करी के सम्पूर्ण नेटवर्क का पता लगाया जाएगा। मामले में शामिल अन्य आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
यह था मामला
गत 15 नवम्बर को बरलूट की तत्कालीन प्रभारी सीमा जाखड और उनकी टीम ने 141 किलो डोडा-पोस्त बरामद कर 10 लाख लेकर तस्करों को छोड़ दिया था। इसके बाद थानाप्रभारी सीमा ने गलत सूचना एसपी को दी थी। जांच में साबित होने पर तत्कालीन थानाप्रभारी सीमा जाखड़ और तीन कांस्टेबलों को सेवा से बर्खास्त कर दिया था। उधर, अपराध संख्या 143, एनडीपीएस एक्ट पुलिस थाना बरलूट में दर्ज किया जाकर उच्चाधिकारी के आदेशानुसार अनुसंधान सरूपगंज थानाधिकारी हरिसिंह राजपुरोहित के जिम्मे किया गया था।

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