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पुलिस: दो दिन बाद भी प्रशासन ने नहीं दी रिपोर्ट, इसलिए दुकानदार को शांतिभंग में किया गिरफ्तार

locationसिरोहीPublished: May 22, 2018 09:49:52 am

एसडीएम: हमने जांच कमेटी गठित कर दी, रिपोर्ट देना चिकित्सा विभाग का काम
-दूषित पानी पूरी खाने का मामला: सिरोही व रेवदर चिकित्सालय में २० अब भी भर्ती

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रेवदर/सिरोही. पालड़ी वास गांव में दूषित पानीपूरी खाने से दर्जनों लोगों के बीमार होने के बावजूद प्रशासन की ओर से आरोपित दुकान संचालक के खिलाफ रिपोर्ट देने में टालमटोल का रवैया अपनाया जा रहा है। पानी पूरी सेवन से ४१ जनों के बीमार होने को लेकर २० मई को राजस्थान पत्रिका में ‘दूषित पदार्थ खाने से ३७ की बिगड़ी तबीयतÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित होने के बाद प्रशासन व पुलिस हरकत में आई। वहीं रविवार को जिला कलक्टर बाबूलाल मीणा समेत अन्य अधिकारी चिकित्सालय व पालड़ी वास गांव पहुंचे और मामले की जानकारी ली, लेकिन दो दिन बाद भी आरोपित दुकानदार के खिलाफ प्रशासन की ओर से कोई रिपोर्ट नहीं दी गई। हालांकि, आरोपित दुकानदार को रेवदर थाना पुलिस ने शांति भंग के आरोपित में गिरफ्तार कर लिया, लेकिन कार्रवाई को लेकर जिम्मेदार महकमे के अधिकारी अब भी एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर टालमटोल कर रहे हैं। इस सम्बंध में जब रेवदर थाना प्रभारी दिलीप खदाव से जानकारी चाही गई तो बोले-‘आरोपित दुकानदार पानी पूरी विक्रेता पालड़ी निवासी रमणकुमार पुत्र केसाराम भील को रविवार देर शाम शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। वहीं रेवदर उपखंड अधिकारी शैलेन्द्रसिंह से रिपोर्ट के बारे में पूछा तो बोले- ‘हमने जांच कमेटी का गठन कर दिया है। प्रशासन ने कोई रिपोर्टनहीं है। यह काम चिकित्सा विभाग का है। ऐसे में इस सम्बंध में चिकित्सा विभाग से जानकारी कीजिए।Ó
२० बीमार उपचाराधीन
पानी पूरी खाने से बीमार हुए लोगों को आबूरोड, रेवदर व सिरोही सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। जिसमें आबूरोड में भर्ती सभी १६ जनों को छुट्टी दे दी गईहै। वहीं रेवदर में भी ५ जनों को छुट्टी दे दी गई। लेकिन सिरोही सामान्य चिकित्सालय में ८ व रेवदर चिकित्सालय में १२ जने अब भी उपचाराधीन है।
कमेटी का गठन
इधर, मामले की जांच को लेकर उपखंड अधिकारी ने चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें तहसीलदार, विकास अधिकारी, पीएचईडी के सहायक अभियंता और बीसीएमओ को शामिल किया गया है। कमेटी को तीन दिन में जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।
यह है कार्रवाई का प्रावधान
ऐसे मामले में सम्बंधित ग्राम पंचायत का सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से पुलिस थाने में रिपोर्टदी जा सकती है। इसके तहत आईपीसी २७३ (अपायकर खाद्य या पेय का विक्रय), ३३६ व ३३७ (मानव जीवन को संकट में डालना) के तहत प्रकरण दर्ज कराया जा सकता है।
सीएमएचओ बोले- मरीजों की सेवा पहली प्राथमिकता
पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुशील कुमार परमार से जानकारी चाही गई तो बोले-‘हमारी पहली प्राथमिकता दूषित पानी पूरी खाने से बीमार हुए मरीजों की सेवा करना है। हालांकि, पुलिस भी मौके पर मौजूद थी। ऐसे में कार्रवाई पुलिस अपने स्तर पर कर सकती है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने मौके से सैम्पल लिए हैं। जिसकी जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगामी कार्रवाई करेंगे।Ó
इनका कहना है…
पानी पूरी विक्रेता को शांति भंग में गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल, प्रशासन की ओर से कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। रिपोर्ट मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-ओमप्रकाश, पुलिस अधीक्षक, सिरोही
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