VIDEO: मुख्य प्रबंधक भी २ दिन सामूहिक अवकाश पर
सिरोहीPublished: Sep 28, 2018 10:32:44 am
रोडवेज में ११वें दिन हड़ताल तेज…
सिरोही. रोडवेज श्रमिक संगठन संयुक्त मोर्चा के बैनर तले गुरुवार को ग्यारहवें दिन भी हड़ताल जारी रही। सरकार की ओर से समझौता नहीं करने पर गुरुवार से मुख्य प्रबंधक व अधीनस्थ कर्मचारी भी दो दिन सामूहिक अवकाश पर चले गए। पहले ही घाटे में संचालित रोडवेज को नुकसान हो रहा है। वहीं यात्रियों को अधिक किराया देकर निजी बसों व जीपों में सफर करना पड़ा। उधर,सिरोही डिपो में १७० कर्मचारी हैं। केवल चार कर्मचारी ही ड्यूटी पर हैं।
नर्सेज यूनियन भी साथ
९ सूत्री मांगों को लेकर मंत्रालयिक कर्मचारियों का धरना गुरुवार को भी जारी रहा। संघठन घाट पर राजस्थान नर्सेज यूनियन के जिलाध्यक्ष इंदरसिंह देवड़ा भी धरने में शामिल हुए। वाणिज्यिक कर, जिला उद्योग केन्द्र, सहायक रजिस्टार, सिंचाई, आबकारी विभाग के शेष कर्मचारी भी अवकाश पर उतर गए।२० कार्मिक जयपुर में महापड़ाव में गए हैं।
वित्तीय कार्य ठप
राजस्थान एकाउंटेंट्स एसोसिएशन के आह्वान पर सिरोही जिले के समस्त लेखाकर्मी लगातार तीसरे दिन भी सामूहिक अवकाश पर रहे। जिला संयोजक गोविन्द सिंह चौधरी ने बताया कि जिले के समस्त लेखाकर्मी तीसरे दिन भी सामूहकि अवकाश पर रहे। कोष, उपकोष व अन्य कार्यालयों में वित्तीय कार्य नहीं हुआ तथा करोड़ों के बिल अटक गए। राजस्थान पंचायतीराज सेवा परिषद की ११ सूत्री मांगों को लेकर पंचायत समिति परिसर में गुरुवार को १६वें दिन भी धरना जारी रहा। पंचायत प्रसार अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष जितेन्द्रसिंह राणावत व ग्राम विकास अधिकारी संघ के जोगेश टेलर ने बताया कि 2 अक्टूबर को जयपुर में आक्रोश रैली में भाग लेने के लिए एक अक्टूबर को रवाना होंगे।
पूर्व सांसद ने किया समर्थन
आबूरोड. बस स्टैंड परिसर में गुरुवार को हुई सभा में मुख्य अतिथि पूर्व सांसद पारसाराम मेघवाल ने सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों की निंदा की। प्रधान लालाराम गरासिया ने कहा कि एक तरफ जहां आमजन हड़ताल से परेशान है, वहीं गंतव्य तक जाने के लिए टैक्सी चालकों को मनमाना किराया देने को विवश हैं। अनाज किराणा मंडल के महामंत्री सागरमल अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर समस्या का निराकरण करने की मांंग की। शीघ्र कोई कार्रवाई नहीं होने पर एक दिन बाजार बंद की चेतावनी भी दी। संयुक्त मोर्चा संरक्षक मोहम्मद इस्माइल, अध्यक्ष नारायणसिंह सोलंकी, सचिव हाजी शफी मोहम्मद, प्रदीपकुमार, राजेंद्र तिवारी, चैनसिंह, कमलेश पाटीदार आदि ने विचार व्यक्त किए।
उधर, आबूरोड आगार मुख्य प्रबंधक मोहनलाल मीणा ने मुख्यालय पत्र भेजकर दो दिन के सामूहिक अवकाश से अवगत करवाया। वहीं आगार के अधिकारियों व कार्यालय कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश पर उतरने का आह्वान किया। आबूरोड आगार के यातायात प्रबंधक ओमप्रकाश, वित्त प्रबंधक यशवंतसिंह, कनिष्ठ लेखाकार कमलेश पाटीदार, प्रशासन प्रबंधक तगाराम गोयल, लिपिक ग्रेड-२ गफ्फार खान, एटीआई प्रीतम कुमार आदि ने आगार मुख्य प्रबंधक को ज्ञापन दिया। सभा मेें शुक्रवार को ग्यारह बजे बस स्टैंड से रैली निकालने का निर्णय किया गया।
अधिक किराया वसूलने पर बारह वाहन चालकों पर कार्रवाई
रोडवेज की हड़ताल के चलते निजी बसों व टैक्सी संचालकों द्वारा अधिक किराया वसूलने पर गुरुवार को परिवहन विभाग ने बारह वाहन चालकों के चालान किए। परिवहन निरीक्षक पारस गहलोत ने बताया कि उपखण्ड अधिकारी निशांत जैन व जिला परिवहन अधिकारी मनीष शर्मा के निर्देशों की पालना में कार्रवाई की गई। इसमें आठ जीप व चार मिनी बस शामिल हैं। निजी बस व टैक्सी संचालक यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए अम्बाजी, माउंट आबू समेत विभिन्न शहरों का मनमर्जी का किराया वसूल रहे थे। इसको लेकर पत्रिका ने कई बार प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किए थे।
पंचायतों में नहीं हो सकी ग्राम सभाएं
आबूरोड. पंचायती राज सेवा परिषद के आह्वान पर गत तेरह दिनों से हड़ताल के चलते गुरुवार को आठ पंचायतों में प्रधानमंत्री आवास व मनरेगा सामाजिक अंकेक्षण के लिए प्रस्तावित विशेष ग्रामसभाएं कोरम के अभाव में नहीं हो सकीं। ग्राम विकास अधिकारियों की हड़ताल के समर्थन में सरपंच संघ द्वारा आह्वान करने के बाद आठ ग्राम पंचायतों में कोरम पूरा नहीं हो सका, इसके चलते सभा को स्थगित करना पड़ा। पंचायतों में काम ठप हैं। मनरेगा लेबर समेत ग्रामीणों को कार्मिकों की हड़ताल खत्म होने का इंतजार है लेकिन राज्य सरकार की उदासीनता के चलते आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उधर, गुरुवार को रोडवेज संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष नारायणसिंह सोलंकी व सचिव हाजी शफी मोहम्मद ने पंचायती राज कार्मिकों की हड़ताल का समर्थन किया। पंचायती राज कार्मिकों ने भी रोडवेजकर्मियों की हड़ताल के समर्थन में शुक्रवार को बस स्टैंड परिसर पर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय किया।