माउंट वन्यक्षेत्र को आग से बचाने के हों पुख्ता प्रयास
एसडीएम कटारिया ने गर्मी के सीजन को देखते हुए दावानल की रोकथाम को अभी से गम्भीर होने की बताई जरूरत
सिरोही
Published: February 26, 2022 02:09:41 am
माउंट आबू . उपखंड अधिकारी कनिष्क कटारिया ने कहा कि आगामी गर्मियों के सीजन को देखते हुए पर्यावरण संरक्षण को लेकर पहले से ही गंभीर होने की जरूरत है। वनों में दावानल की घटनाओं पर कारगर रोक लगाने को वन विभाग को पुख्ता प्रयासों में अभी से जुट जाना चाहिए। यह बात उन्होंने गुरुवार को उपखंड कार्यालय में आयोजित बैठक में विभागीय अधिकारियों से चर्चा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी के दौरान अभयारण्य क्षेत्र में भोजन व पेयजल की तलाश में वन्यजीवों के आबादी क्षेत्र में प्रवेश व लोगों पर हमलों की रोकथाम, जंगल में अग्नि की घटनाओं पर अंकुश लगाने को पर्याप्त संसाधन उपलब्ध होने चाहिए।
आबादी क्षेत्र में हो वन्यजीवों के हमलों से बचाव
बैठक में जानकारी दी गई कि वन्यजीवों के आबादी वाले रास्तों पर आने पर निगरानी रखते हुए उन्हें पुन: वन्य क्षेत्र की ओर मोडऩे, वन्यजीवों की जानकारी को लेकर तलहटी से माउंट आबू तक व्यापक स्तर पर सूचना पट्ट स्थापित करने, भालुओं को आबादी क्षेत्र में आने से रोकने के कारगर प्रयास किए जाएं, ताकि वन्यजीवों के हमले से लोगों को बचाया जा सके।
समय पर हो कचरा निस्तारित- भालुओं को कचरे के ढेरों पर आने से रोकने के लिए कचरा संग्रहण केंद्र से प्रतिदिन कचरे को एकत्रित कर देलदर स्थित डंपिंग यार्ड में डंप कराने, कचरा संग्रहण केंद्र के मुख्य दरवाजे को बंद रखने, होटल व रेस्तरां संचालकों की ओर से लगाए गए कचरा पात्रों को ढककर रखने, झूठे भोजन को खुले में नहीं फेंकने, वन्यजीवों से होने वाले हमलों से बचाव को नुक्कड़ नाटक आयोजित करने, क्षेत्र में मुख्य मार्गों पर लगे स्पीकर से आने वाले पर्यटकों को जानकारी देने समेत विभिन्न बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा कर संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए। बैठक में पुलिस उपाधीक्षक योगेश शर्मा, पर्यटन सहायक निदेशक सुनीता मीणा, पालिका आयुक्त जितेंद्र व्यास, क्षेत्रीय वन अधिकारी भरतङ्क्षसह, डॉ. एके शर्मा, हामा व माहा के पदाधिकारियों आदि उपस्थित थे।
आग पर काबू पाने को पहले से हों पुख्ता प्रयास
बैठक में तलहटी से माउंट आबू आने वाले सडक़ मार्ग पर बने पानी के टैंकों व वॉटर होल्स में पर्याप्त पानी भरकर रखा जाए, जिससे आवश्यकता पडऩे पर वनों में लगी आग पर प्रारंभिक स्तर पर नियंत्रण किया जा सके। आग पर काबू पाने को फायर लाइन काटने, एसओपी तैयार करने, पर्याप्त उपकरणों से लेकर विभिन्न साधनों की सूची तैयार कराने, आग पर नियंत्रण के लिए हेल्पलाइन नम्बर सार्वजनिक करने, संभावित आग की घटनाओं पर प्रभावी रोकथाम को समय-समय पर मॉक ड्रिल आयोजित करने पर बल दिया गया।

माउंट वन्यक्षेत्र को आग से बचाने के हों पुख्ता प्रयास
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