VIDEO : बिगड़ी शिक्षण शैक्षिक व्यवस्था को पटरी पर लानने के लिए परिर्वतन जरूरी-
लोढ़ा
सिरोहीPublished: Sep 28, 2018 07:53:32 pm
– राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) का जिला स्तरीय दो दिवसीय अधिवेशन शुरू
सिरोही नवीन भवन स्कूल में राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) की ओर से आयोजित अधिवेशन के मंचासीन अतिथि।
सिरोही. राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) का जिला स्तरीय दो दिवसीय शैक्षिक अधिवेशन जिला मुख्यालय के नवीन भवन में हुआ। अधिवेशन के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि बिगड़ी शिक्षण शैक्षिक व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए शिक्षक संगठनों को बेहतर प्रयास करने होंगे जिसमें सत्ता परिवर्तन पर सरकार पूरा सहयोग देगी। वर्तमान राज्य पुलिस भर्ती में सिरोही जिलो के युवाओं का नगण्य चयन बहुत ही चिन्ता का विषय है। काग्रेस ने कभी व्यक्ति के नाम सरकार नहीं चलाई। सरकार संवैधानिक विचारधारा और पार्टी की लोकतांत्रिक नितियों को फोकस में रखकर चलती है।
पूर्व विधायक ने अन्त में सत्ता परिवर्तन में सहयोग का आह्वान कर देश के लोकतंत्र को मजबूत करने की अपील की। अध्यक्षता कर रहे कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष जीवाराम आर्य ने कहां कि प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब सम्मान के नाम सरकारी फरमान जारी कर सरकारी पैसों से शिक्षकों की जयपुर में बाडेबंदी की गई जहां अव्यवस्था के आलम से शिक्षक परेशान हुए।
अधिवेशन के मुख्य वक्ता मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि विगत पांच साल की अवधि में सरकार ने सिवाय झूठ बोलने के कुछ नहीं किया। प्रदेश में शिक्षकों के हजारों पद खाली है। स्टाफिंग पेटर्न काउन्सलिंग में राज्य भरत के प्रताडि़त शिक्षक चुनावी महासमर में सरकार को कभी माफ नहीं करेंगे। कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश्वर पुरोहित, महासंघ लोकतांत्रिक के प्रदेशाध्यक्ष सुरज प्रकाश टांक ने विचार व्यक्त किए।
जिलामंत्री इनामुल हक कुरैशी ने संगठन का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। साथ ही अध्यक्ष विक्रमसिंह सोलंकी, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश खण्ड़ेलवाल, प्रदेश प्रतिनिधि क्रान्ति राठौड़ ने भी सम्बोधित किया। समारोह के संयोजक देवेश खत्री सिरोही ने उपस्थित शिक्षकों, मंचासीन अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान हर्ष टांक , पुखराज परिहार, विवेक सोलंकी, प्रवीण सपरा, सत्येन्द्रसिंह, मनोहरसिंह, छगन भाटी, महिला मंत्री राजकुमार माथुर, हेमा बिदानी, बेला खियानी, तहसील मंत्री रमेश दहिया, जयकिशन, रमेश परमार, रमेश रांगी, जोराराम, रतिलाल मीणा, महेन्द्रपाल परमार, नवाराम मेघवाल, जोगाराम मेघवाल, प्रधानाचार्य भबुताराम मेघवाल, अमरसिंह राठौड, दुर्गेश गर्ग, प्रदीपसिंह राठौड़, शैतानसिंह खींची, हिराखत्री, भीखाराम कोली, माधोसिंह मीणा, अयुब खांन, प्रवीण ज्ञानी, शैलेन्द्र खत्री, दीपक खत्री, हरिराम कलावंत आदि मौजूद रहे।