दौसा में महिला चिकित्सक की आत्महत्या मामले से भड़के चिकित्सक, निजी क्लिनिक व अस्पताल रहे बंद, सरकार से की ये मांगे ...
घटना के विरोध में शहर समेत आसपास के इलाकों में चिकित्सकों ने अपने निजी अस्पताल व क्लिनिक दिनभर बंद रखे। वहीं सरकारी संस्थानों के चिकित्सकों ने भी दो घंटे कार्य बहिष्कार किया।
सिरोही
Published: March 31, 2022 04:50:08 pm
आबूरोड. यूनाइटेड प्राइवेट क्लिनिक एंड हॉस्पीटल एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (उपचार), सिरोही व इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आबूरोड तहसील क्षेत्र के निजी चिकित्सकों ने लालसोट में डॉ. अर्चना शर्मा के आत्महत्या मामले के विरोध में अपने-अपने चिकित्सा संस्थान बंद रखकर दिवंगत चिकित्सक को श्रद्धांजलि अर्पित की। चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों ने तहसील कार्यालय में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर विभिन्न मांगों से अवगत करवाया। उपचार सिरोही शाखा व आईएमए आबूरोड के डॉ. अजय सिंगला, डॉ. कमल बंसल, डॉ. राजकुमार राज, आबूरोड सीएचसी प्रभारी चिकित्सक डॉ. पीएन गुप्ता, डॉ. भरत बामणिया, डॉ. हार्दिक केला, डॉ. तोशेर कॉन्ट्रेक्टर, डॉ. सत्यदेवसिंह मेहता, डॉ. विक्रांत सक्सेना, डॉ. तरुण अग्रवाल, डॉ. एचके गोयल आदि ने ज्ञापन देकर बताया कि लालसोट दौसा में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अर्चना शर्मा ने मंगलवार को आत्महत्या कर ली थी। चिकित्सक को मरीज के परिजन, नेताओं व प्र्रशासन की तानाशाही से तंग आकर आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा। डिलीवरी के बाद महिला की मौत पर मरीज के रिश्तेदारों ने चिकित्सक को जिम्मेदार ठहराते हुए चिकित्सक के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया था। जिससे परेशान होकर चिकित्सक ने आत्महत्या कर ली। घटना के बाद भविष्य में चिकित्सक इस प्रकार के जटिल मामलों में उपचार में भी संकोच करेंगे। घटना के विरोध में निजी अस्पताल व क्लिनिक बंद रखकर कार्य बहिष्कार किया। चिकित्सक व सहयोगी चिकित्सक पर धारा 302 में मामला दर्ज करवाने पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने, प्रसूता के परिजनों को उकसाने वाले असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई करने, पुलिस व प्रशासन की असंवेदनशील व गैर कानूनी कार्यवाही की जांच करवाने, चिकित्सकों के खिलाफ दर्ज होने वाले मामलों में जेकब मैथ्यू केस में सुप्रिम कोर्ट के दिए निर्देशों की पालना करने व नई एसओपी जारी करने की मांग की गई। लेब टेक्निशियन रमेश परिहार, ओटी टेक्निशियन जयंतीलाल मारू, संजय बैरवा, हितेश परिहार, संजय परमार, लतीका कुमारी, मेहुल कुंवर, मीनू कुमारी, हरीश रोहिन समेत चिकित्साकर्मी मौजूद थे।
सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों ने दो घंटे किया कार्य बहिष्कार
घटना के विरोध में शहर समेत आसपास के इलाकों में चिकित्सकों ने अपने निजी अस्पताल व क्लिनिक दिनभर बंद रखे। वहीं सरकारी संस्थानों के चिकित्सकों ने भी दो घंटे कार्य बहिष्कार किया। वहीं शेष समय काली पट्टी बांधकर कार्य किया।

दौसा में महिला चिकित्सक की आत्महत्या मामले से भड़के चिकित्सक, निजी क्लिनिक व अस्पताल रहे बंद, सरकार से की ये मांगे ...
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