scriptबिना जांच बाजार में बिक रहा पेयजल | Drinking Water Without Investigation Market | Patrika News

बिना जांच बाजार में बिक रहा पेयजल

locationसिरोहीPublished: Jun 14, 2019 04:18:10 pm

Submitted by:

mahesh parbat

उपखण्ड क्षेत्र में धड़ल्ले से आरो वाटर के नाम पर बोतल व कैंपरों में पानी भरकर बेचा जा रहा है लेकिन पानी की शुद्धता की जांच नहीं की जा रही है। ऐसे में लोग आरओ वाटर के नाम पर महज ठण्डे पानी से गला तर करने को मजबूर है।

sirohi

sirohi

आबूरोड. गर्मी का सीजन परवान चढ़ते ही इन दिनों जिला मुख्यालय पर ठण्डे पानी का कारोबार आरओ वॉटर के नाम पर फल फूल रहा है। ऐसे में भीषण गर्मी में शहर समेत जिलेभर में घर से लेकर सरकारी तथा गैर सरकारी कार्यालयों में कैम्पर के पानी का उपयोग हो रहा है। इसी कारण उपखण्ड क्षेत्र में धड़ल्ले से आरो वाटर के नाम पर बोतल व कैंपरों में पानी भरकर बेचा जा रहा है लेकिन पानी की शुद्धता की जांच नहीं की जा रही है। ऐसे में लोग आरओ वाटर के नाम पर महज ठण्डे पानी से गला तर करने को मजबूर है।
दर्जरभर प्लांट
उपखण्ड क्षेत्र में वर्तमान में करीब दर्जनभर वाटर सप्लायर्स है। कई ऐसे भी है जो मानकों को दरकिनार रखकर आरओ वाटर व शुद्ध जल के नाम पर महज ठण्डा पानी पिलाकर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलावाड़ कर रहे है। जिलेभर में कई वाटर सप्लायर्स ऐसे भी है जो कैेंम्पर में मात्र ठण्डा पानी डालकर सप्लाई कर रहे हैं।
ये पानी की शुद्धता
प्राकृतिक जल में क्रोमियम कॉपर, आयरन, लिथियन, मैगनिशियम, पोटेशियम व सिलका होता है। इसमें अलग कुछ भी नहीं मिलाया जाता है।एडेड मिनरल वाटर नदी व कुंए आदि से प्राप्त पानी को फ्लिटर करने के बाद उसे पीने लायक बनाया जाता है। पोटेशियम व मैगनिशियम अलग से मिलाया जाता है। पैक्ड वाटर में आमतौर पर साफ दिखने वाले पानी को आरओ सिस्टम की सहायता से साफ कर बातेल में पैंक किया जाता है।
ये है नियम
वाटर प्लांट संचालित करने के लिए क्वालिटि कंट्रोल से लाइसेंस लेना अनिवार्य है। नगर निकाय से अनुमति प्रमाण पत्र, पानी की जांच के लिए लैब आदि सुविधा भी होना आवश्यक है, लेकिन शहर समेत जिलेभर में वाटर प्लांट में पानी की गुणवत्ता की जांच के लिए लैब की सुविधा तो है ही नहीं और कईयों ने पालिका या परिषद से स्वीकृति भी नहीं ली है। ऐसे में पानी की गुणवत्ता की उम्मीद भी नहीं की जा सकती है। इसके अलावा संचालकों ने पानी की शुद्धता के मापदण्ड किसी भी नहीं नही चस्पा किए है।
इनका कहना
पानी की शुद्धता रखनी चाहिए, समय समय पर जांच करते रहते है, गर्मी का मौसम चल रहा है, ऐसे में लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए जांच अभियान चलाया जाएगा, ताकि आरओ के नाम से ठण्डा पानी पिलाने पर रोक लगेगी।
– विनोद शर्मा,खाद्य निरीक्षक सिरोही।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो