तीन दिन बाद जांच, एमपीटी किट नहीं मिले सरूपगंज में मेडिकल स्टोर पर एमपीटी किट के समाचार प्रकाशित होने के तीन दिन बाद ड्रग इंस्पेक्टर सोलंकी ने मेडिकल स्टोर पर जांच की, पर वहां एमपीटी किट नहीं मिले। तीन दिन में दुकानदार ने मेडिकल स्टोर से किट ही हटवा दिए तो मिलते कैसे। वीडियो व उक्त मेडिकल स्टोर में लगे सीसीटीवी फुटेज देखते तो जरूर कोई सत्यता की जांच होती।
न पुलिस और ना ही स्वास्थ्य विभाग की मदद सरूपगंज में एमपीटी किट बिना पर्ची के बेचने की जानकारी के बाद भी न तो पुलिस और ना ही स्वास्थ्य विभाग के किसी कर्मचारी को साथ रखकर अकेले ही ड्रग इंस्पेक्टर की ओर से जांच करना संदेह के घेरे में आता है। जो बाजार में चर्चा का विषय भी बना।
सरूपगंज में ड्रग इंस्पेक्टर की ओर से जांच मात्र एक दिखावा बनकर रह गई। पूरे दिनभर दवाइयों को उलट-पुलट किया गया और दुकान में बिखराव किया गया। उस पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई। जांच में लोगों का कहना है कि मात्र ऐसी हवा बनकर रह गई है, जबकि उसी मेडिकल स्टोर के मालिक के 4 मेडिकल स्टोर चल रहे हैं। लोगों को पता है कि यहां एमटीपी और नशे की दवाइयां बिकती हैं और इस बारे में लोगों को पता है। पर, कार्रवाई महज एक दिखावा बन कर रह गई। बाकी कोई कार्रवाई नहीं की है।
वीडियो व सीसीटीवी फुटेज को नहीं माना आधार सरूपगंज में जिस मेडिकल स्टोर पर एमपीटी किट बेचते हुए का वीडियो वायरल हुआ था, उस वीडियो को व उक्त मेडिकल स्टोर में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं उनके फुटेज को भी ड्रग इंस्पेक्टर ने आधार मानने से इनकार कर दिया।
इन्होंने बताया.. मैने सरूपगंज में अवैध एमपीटी किट बेचने की शिकायत व समाचार के बाद मेडिकल स्टोर पर जांच की। मगर वहां उक्त किट बरामद नहीं हुए। हम वीडियो व सीसीटीवी फुटेज को इस बाबत में आधार नहीं मानते हैं।
- पुष्पा सोलंकी, ड्रग इंस्पेक्टर, सिरोही