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पार्टियों में अंदरखाने गुटबाजी के बीच बूथ पर फोकस

locationसिरोहीPublished: Sep 04, 2018 10:20:30 am

Submitted by:

mahesh parbat

दोनों प्रमुख दल जुटे तैयारी में

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सिरोही. विधानसभा चुनाव लेकर दोनों प्रमुख दल भाजपा-कांग्रेस तैयारी में जुट गए हैं। सिरोही जिले में दोनों पार्टियों ने सभी मतदान केन्द्रों पर अपने-अपने कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर दिया है। वर्ष २०१३ के विधानसभा चुनाव में जिन मतदान केन्द्रों पर दोनों पार्टियों को हार मिली थी, वहां पर विशेष फोकस किया जा रहा है। जिले के दौरे पर आने वाले दोनों पार्टियों के नेता और पदाधिकारी कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर मजबूती का टिप्स देते नजर आते हैं। बूथ मैनेजमेंट को लेेकर दोनों ही पार्टियां युवा कार्यकर्ताओं पर पूरा भरोसा जता रही है। बूथ स्तर पर पार्टी की पकड़ मजबूत करने को लेकर भाजपा की ओर से ‘बूथ विस्तारकÓ के तहत अमलीजाम पहनाने का प्रयास किया गया है। वहीं कांग्रेस की ओर से ‘मेरा बूथ, मेरा गौरवÓ के तहत कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया गया है। सिरोही विधानसभा सीट पिछले 1० साल में भाजपा के कब्जे में हैं। वहीं रेवदर विधानसभा सीट पिछले १५ साल में भाजपा का गढ़ बन चुकी है। वहीं आबू-पिण्डवाड़ा सीट पर भी भाजपा का कब्जा है। पिछले चुनाव में तीनों ही विधानसभा सीटों पर भाजपा ने कांग्रेस को करारी मात दी थी।
रेवदर: जहां लगातार तीन चुनाव हारी कांग्रेस
विधानसभावार देखें तो रेवदर विधानसभा सीट पर कांग्रेस की स्थिति कमजोर नजर आ रही है। यहां भाजपा के जगसीराम कोली लगातार तीसरी बार चुनाव जीत चुके हैं। जबकि, कांग्रेस प्रत्याशी अब तक वहां अपनी पकड़ मबजूत नहीं बना पाए हैं। हालांकि, रेवदर सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी। लेकिन बाद में कांग्रेस में गुटबाजी के चलते सीट गंवानी पड़ी। ऐसे में लगातार तीन चुनावों में भाजपा के कब्जा है। यहां कांग्रेस के सामने स्थानीय व बाहरी प्रत्याशी को लेकर विरोध है। यहां के कांग्रेस के कई कार्यकर्ता स्थानीय प्रत्याशी को मैदान में उतारने की मांग कर रहे हैं। वहीं, आबू-पिण्डवाड़ा और सिरोही विधानसभा में कांग्रेस टक्कर की स्थिति में है। हालांकि, गत चुनाव में कांग्रेस ने सभी विधानसभा क्षेत्र के कुछ बूथों से बढ़त हासिल की थी। ऐसे में अपनी बढ़त वाले बूथों के साथ जहां स्थिति कमजोर थी, वहां कांग्रेस ने अपना बूथ मैनेजमेंट अभी से लगना शुरू कर दिया है। पिछले चुनाव में भाजपा के पक्ष में लहर थी। जिले की सभी सीटों पर कांग्रेस को मात खानी पड़ी थी। बावजूद इसके कांग्रेस कुछ मतदान केन्द्रों पर भाजपा से आगे निकली थी। भाजपा अपना पूरा ध्यान ऐसे ही मतदान केन्द्रों पर लगा रही है, जहां पिछले चुनाव में लीड नहीं मिली थी। भाजपा ने ऐसे पोलिंग बूथों की सूची तैयार भी की जा चुकी है। सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव की तैयारियों के साथ ही विशेष बूथ वाले क्षेत्रों में भाजपा प्रदेश व केन्द्र सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन को भुनाने का प्रयास करेगी। वहीं कांग्रेस की ओर से भी बूथ स्तर तक रणनीति को मबजूत करने का दावा किया जा रहा है। कार्यकर्ताओं के जरिए प्रदेश व केन्द्र सरकार की विफलताओं के बारे में आमजन को रू-ब-रू कराने का दावा किया जा रहा है।
ये रहेंगे मुख्य मुद्दे
सिरोही विधानसभा क्षेत्र में गत चुनाव के दौरान भाजपा ने नर्मदा का पानी उपब्लध कराने का वादा किया था लेकिन इस पर अब तक कोई कार्य नहीं हुआ। ऐसे में कांग्रेस इस मुद्दे पर सरकार को घेरेगी।
कांग्रेस बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरेगी।
किसानों को फसल बीमा योजना के तहत क्लेम राशि नहीं मिलने, फसल में खराबा का मुआवजा, बिजली कटौती की समस्या व समर्थन मूल्य में पर्याप्त दाम नहीं मिलने का मुद्दा भी चुनाव में गरमाएगा।
भाजपा की ओर से बत्तीसा नाला परियोजना की स्वीकृति, २१३ करोड़ का बजट जारी कर टेंडर निकालने व कार्यादेश जारी करने के मुद्दे को भुनाने का प्रयास किया जाएगा।
भाजपा की ओर से प्रदेश व केन्द्र सरकार की योजनाओं का फायदा देने व किसानों की कर्ज माफी, कृषि मंडी स्वीकृत कराने, गांवों में गौरव पथ बनाने आदि मुद्दे भी चुनावों में भुनाने के प्रयास किए जाएंगे।
&सरकार की योजनाओं का लाभ गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रहा है। जिससे भाजपा का वोट बैंक बढ़ा है। सभी बूथों पर कमेटियों का गठन कर लिया है। वहीं ५ से १० बूथों पर एक शक्ति केन्द्र बनाकर प्रभारी बनाया गया है। वहीं मंडल व विधानसभा क्षेत्र के स्तर पर जिला स्तरीय पदाधिकारी को प्रभारी बनाया गया है। कार्यकर्ता सभी बूथों पर सक्रिय हो चुका है।
लुम्बाराम चौधरी, जिलाध्यक्ष, भाजपा सिरोही
&प्रदेश की भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल नजर आ रही है। जनता का भाजपा से मोह भंग हो चुका है। जिसका जवाब जनता चुनाव में देगी। पिछले चुनाव में हम जिस क्षेत्र में पिछड़ गए थे, वो क्षेत्र ही नहीं बल्कि हर बूथ पर हमारा फोकस है। हर बूथ पर कार्यकर्ताओं की टीम तैयार है। पार्टी का हर कार्यकर्ता कांग्रेस के लिए वोट जुटाने में लग चुका है। हमारी टीम पूरी मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतर चुकी है।
जीवाराम आर्य, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस, सिरोही
&हम प्रत्याशी देखकर ही वोट देंगे। गोपालन मंत्री अपने विधानसभा में ही गायों के लिए कुछ करते तो अच्छा रहता। हमें मलाल है कि साढ़े चार साल में चांदाणा प्याऊ से गोशाला तक एक किमी तक डामरीकरण सड़क तक नहीं बन पाई। पक्की सड़क के अभाव में बारिश के दौरान गोशाला तक चारा पहुंचाने में खासी दिक्कत आई।
मोहनसिंह, किसान, चांदाणा (शिवगंज)
&साफ छवि के उम्मीदवार को आगे आना चाहिए। युवाओं के हित व बेरोजगारी दूर करने वाला उम्मीदवार आए, तो क्षेत्रवासियों को फायदा मिलेगा। ऐसे में इस बार स्वच्छ छवि के नेता को चुनेंगे।
प्रवीण बढ़वाल, युवा सिरोही
&इस बार पार्टी के आधार पर वोट नहीं देंगे, बल्कि प्रत्याशी को देखकर मतदान करेंगे। चुनाव से पहले वादे तो खूब किए जाते हैं, लेकिन बाद में कोई ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे में हम वादों पर खरे उतरने वाले प्रत्याशी को ही चुनेंगे।
पुष्पा प्रजापत, युवती, सिरोही
जानिए ऐसे टॉप ५ बूथ, जहां कौन-किस पर रहा भारी
विधानसभा क्षेत्र: सिरोही
भाजपा: ओटाराम देवासी
बूथ वोट मिले
११७ ६५०
५१ ६३८
६२ ६१०
१७५ ५८०
१९६ ५६३
कांग्रेस: संयम लोढा
बूथ वोट मिले
४३ ६९८
४८ ६४८
१०९ ६४७
२०० ६४४
१९५ ६०५
विधानसभा: आबू-पिण्डवाड़ा
भाजपा: समाराम गरासिया
बूथ वोट मिले
५४ ७४३
९० ७३७
६४ ६७५
६८ ६४५
१६७ ५९९
कांग्रेस: गंगा बेन गरासिया
बूथ वोट मिले
१७० ४६४
१६० ३९२
८६ ३७७
१४५ ३८९
८० ३५१
विधानसभा: रेवदर
भाजपा: जगसीराम कोली
बूथ वोट मिले
३१ ६५३
७८ ६४७
६३ ६४२
१२२ ६२५
२३ ६१६
कांग्रेस: नीरज डांगी
बूथ वोट मिले
१११ ८९९
१४९ ६३८
११२ ६०२
१४३ ५९०
३७ ४१०
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