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जिले में यहा चल रहा है तेल का अवैध कारोबार

locationसिरोहीPublished: Sep 13, 2019 10:14:54 am

Submitted by:

mahesh parbat

-गुजरात से आने वाले टैंकरों से सस्ते में बेच रहे पेट्रोल-डीजल

sirohi

जिले में यहा चल रहा है तेल का अवैध कारोबार

आबूरोड. पेट्रोल-डीजल पर राज्यों में लगने वाले अलग-अलग टैक्स के चलते राजस्थान में गुजरात से ईंधन की तस्करी बंद होने का नाम नहीं ले रही है। वहीं जिम्मेदार अधिकारी भी ईंधन की तस्करी पर चुप्पी साधे हुए हैं। गुरुवार को फोरलेन पर किवरली के पास बंद पड़े एक पेट्रोल पम्प पर ऐसा ही एक मामला सामने आया। एक युवक के बंद पेट्रोल पम्प पर बने एक गोदाम पर वाहनों की भीड़ लगी देखने पर पास जाकर देखा तो वहां अवैध रूप से इंधन के कैन भरे जा रहे थे। जब युवक ने वीडियो बनाना शुरू किया तो एक के बाद एक वाहन मौके से निकलने लगे। इसमें से एक कार पर प्रेस लिखा हुआ था। पूरे मामले में प्रशासन की आंखें मूंद रखी है। फोरलेन स्थित ढाबों पर अनाधिकृत रूप से बिक रहा पेट्रोल-डीजल मॉनिटरिंग व्यवस्थाओं पर प्रश्न चिह्न लगा रहा है।
पत्रिका के पूरे मामले की पड़ताल करने पर सामने आया कि पम्प के इस गोदाम से लम्बे समय से यह कारोबार चल रहा है। जिस पम्प के गोदाम पर भीड़ लगी थी उसके आसपास भारी मात्रा में ईंधन फैला हुआ नजर आया। पम्प परिसर में ही एक रेस्टोरेंट भी संचालित हो रहा है। वीडियो में दो बाइक सवार हाथ में ईंधन से भरा कैन लेकर गोदाम के पास से निकलते हैं। वहीं एक सफेद रंग का पेट्रोल या डीजल से भरा टेंकर भी मौके से रवाना हो रहा था। वहीं एक आरजे ३८ सीए १२८५ नम्बर की कार जिसपर प्रेस लिखा हुआ था और उसके डिक्की में तेल के केन भरे हुए नजर आए। वीडियो बना रहे युवक को देखकर मौके से रवाना हो जाती है। वहीं गोदाम में इंधन से भरे केन साफ दिखाई देते हैं। आसपास के पम्प संचालकों से इस सम्बंध में पूछने पर बताया गया कि लम्बे समय से फोरलेन पर ढाबों व बंद पेट्रोल पम्पों से इस प्रकार अवैध पेट्रोल-डीजल की बिक्री हो रही है। जिससे पम्प मालिकों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। पुलिस व अधिकारियों को इस सम्बंध में अवगत करवाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो
रही है।
चालक बीच में ही कर देते हैं तेल की बिक्री
पूरे में मामले में ट्रांसपोर्टरों व टेंकर चालकों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। कम्पनी से टैंकर भेजने व पम्प संचालकों तक पहुंचाने पर नाप तोल के बाद ही हस्तांतरित किया जाता है। ऐसे में बड़ी कम्पनियों के माध्यम से आने वाले डीजल-पेट्रोल में ही ऐसी सेंधमार सम्भव है। पम्प संचालकों के मुताबिक लम्बी दूरी में कई लीटर पेट्रोल-डीजल रास्ते में ही ढाबों पर बेच दिया जाता है। जिसे औने-पौने दाम में बेचा जाता है।
पम्प संचालकों
को नुकसान
जिस स्थान पर पम्प से ईंधन भरने का वीडियो बनाया गया, वहां आसपास के पम्प संचालकों ने बताया कि उन सभी ने कम्पनी को रेंट देकर पम्प शुरू किए हैं, लेकिन पम्प से कम कीमत पर पेट्रोल-डीजल यहां उपलब्ध हो जाने से उनकी बिक्री काफी गिर गई है। जिससे उन सभी को भारी नुकसान झेलना पड़ता है। यहां गौरतलब हो कि राजस्थान व गुजरात की टैक्स दरों में अंतर के चलते पेट्रोल में साढ़े सात रुपए व डीजल में तीन रुपए राजस्थान में अधिक है। आबूरोड के गुजरात सीमा के नजदीक होने से इस प्रकार के मामले अकसर देखे जाते हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की ओर से शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।
&भूमि जिस कार्य के लिए आवंटित की गई है, उस पर कोई अन्य कार्य नहीं किया जा सकता है। यदि बंद पेट्रोल पम्प पर रेस्टोरेंट का संचालन हो रहा है व वहां अनाधिकृत रूप से पेट्रोल-डीजल बेचा जा रहा है तो मामले की जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी।
– मंगलाराम मीणा, नायब तहसीलदार, आबूरोड
&बंद पेट्रोल पम्प व ढाबों पर हो रही पेट्रोल-डीजल की तस्करी से नुकसान झेलना पड़ रहा है। कई बार तो पूरे दिन में केवल एक हजार लीटर ही बेच पाते हैं। पच्चीस हजार रुपए का रेंट देकर कम्पनी से पम्प लेते हैं। इसके बाद इस प्रकार अवैध रूप से बिक रहे सस्ते पेट्रोल-डीजल से आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। इस सम्बंध में पूर्व में अन्य पेट्रोल पम्प संचालकों ने पुलिस को अवगत करवाया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
– प्रवीण सिंह,पम्प संचालक, किंवरली
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