शहर के पेवेलियन मैदान में सजाए गए मंच पर आयोजित शिवगंज महोत्सव के इस पहले सांस्कृतिक कार्यक्रम का आगाज विधायक संयम लोढ़ा, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रवीण चौधरी, जिला कोषाधिकारी अलकासिंह राव, उपखंड अधिकारी भागीरथराम चौधरी एवं पालिकाध्यक्ष वजींगराम घांची ने मां सरस्वती की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। तत्पश्चात शिवम् एंड पार्टी के कलाकारों ने गणपति वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की। गणपति वंदना के बाद में जालोर की गायिका कृतिका शर्मा ने सरस्वती वंदना के साथ स्वर साम्रागी स्वर्गीय लता मंगेशकर का गाना रंगीला रे... गाकर उन्हेंं श्रद्धापुष्प अर्पित किए। इस मौके पर जोधपुर से आए सुमादेवी कालबेलिया ग्रुप, अलवर से आए नसरुद्दीन मेवाती एंड पार्टी के कलाकारों ने भपंग वाद्य यंत्र, लंगा पार्टी के कलाकारों ने कच्छी घोड़ी नृत्य का शानदार प्रदर्शन किया। इसी क्रम में मेहबूब खां ने नींबूडा... नींबूडा..., जद देखू बने री लाल पीली अंखिया गीत गाकर राजस्थान की लोक गायन की परंपरा को पुनर्जीवित कर दिया। राजस्थानी लोक वाद्य यंत्र मोरचंग की ढोलक के साथ जुगलबंदी भी अविस्मरणीय रही।इन लोक कलाकारों की ओर से दी जा रही एक से बढकर एक प्रस्तुतियों के बीच भवई नृत्य की शैली में सुआ देवी एवं बाबूखां ने सिर पर सात मटकी रखकर आकर्षक नृत्य का प्रदर्शन किया।
कृष्ण-राधा लीला ने भी किया रोमांचित कार्यक्रम के दौरान उत्तरप्रदेश के बरेली से आए शिवम् एंड पार्टी के कलाकारों ने मयूर नृत्य किया जिसे लोगों की खूब दाद मिली। अंत में इन कलाकारों ने फूलों का श्रृंगार और कृष्ण राधा की फूलों की होली का मंचन किया। कार्यक्रम के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस निरीक्षक बुद्धाराम चौधरी मय पुलिस दल मौजूद रहे। इस मौके पर मीडियाकर्मियों का कोरोना काल के दौरान सकारात्मक कार्य करने पर अभिनंदन पत्र प्रदान कर एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया।