scriptअधिकांश विद्यालय सूने, कुछ में नहीं आए छात्र | Most of the schools are not students, students come in some | Patrika News

अधिकांश विद्यालय सूने, कुछ में नहीं आए छात्र

locationसिरोहीPublished: Jun 20, 2017 10:30:00 am

Submitted by:

Amar Singh Rao

प्रवेशोत्सव का द्वितीय चरण, ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद खुले स्कूल,

 ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद सोमवार से विद्यालय खुल गए। इसके साथ ही प्रवेशोत्सव के द्वितीय चरण का भी आगाज हो गया, लेकिन स्कूलों में पहले दिन सन्नाटा पसरा नजर आया। अधिकांश विद्यालयों में उपस्थिति कम ही नजर आई। हाल यह था कि कईस्कूलों में तो इक्के-दुक्के विद्यार्थीही पहुंचे। हालांकि, शिक्षक पहुंच गए, लेकिन कालांश नहीं लग पाए। ऐसे में शिक्षक प्रवेशोत्सव के साथ विद्यालय के अन्य कार्यों में व्यस्त दिखाईदिए। स्कूलों में ग्रीष्मावकाश के बाद पहले दिन नए प्रवेश तो दूर की बात, कई राजकीय विद्यालयों में तो पूर्व से नामांकित विद्यार्थी भी स्कूल की दहलीज तक नहीं पहुंचे। विद्यार्थियों की आवाजाही से लम्बे समय बाद फिर से स्कूलों में कुछ चहल-पहल नजर आई।

489 का नामांकन, आए मात्र 25

शहर के विशिष्ठ बाल मंदिर विद्यालय में सवेरे विद्यार्थियों की उपस्थिति बेहद कम नजर आई। यहां 489 का नामांकन है, लेकिन 25 छात्र ही आए। कुछ शिक्षिकाएं नए प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के आवेदन की जांच करती नजर आईं। सरकेएम विद्यालय में तो एक भी बच्चा नहीं दिखा। टांकरिया स्कूल में 170 का नामांकन है, लेकिन यहां पर एक भी बच्चा नहीं दिखा। यह स्थिति तो शहर के भीतर के विद्यालयों की रही। ग्रामीण क्षेत्र में तो अधिकांश विद्यालय खाली रहे। माध्यमिक शिक्षा विभाग के कुछ विद्यालयों में भी प्रवेशोत्सव का माहौल नजर नहीं आया। डोडुआ विद्यालय में करीब 300 के नामांकन के बावजूद 25 विद्यार्थी उपस्थित रहे।

पेड़ों को पानी पिलाते नजर आए बच्चे
बाल मंदिर में एक कमरे में आठवीं की पांच -सात बालिकाओं को शिक्षिका पढ़ाती नजर आईं, तो कुछ बच्चे विद्यालय परिसर में पौधों को पानी पिलाने में व्यस्त नजर आए। ऐसे में पहला दिन शिक्षा तो प्राप्त नहीं की पर पौधों को पानी देकर पुण्य तो कमाया।
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