कई जगह लगाए गलत चेम्बर, घरों व होटलों में पानी घुसने की आशंका शहर के कई स्थानों पर सेफ्टी टैंक व चेम्बर की ऊंचाई का मिलान नहीं किए जाने से अब होटल संचालकों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। आनन-फानन में सीवरेज कंपनी द्वारा चेम्बर लगाए जाने से अब ये बारिश के दिनों में ओवरफ्लो होने लगे हैं। ऐसे में शनिवार व रविवार को हल्की बारिश होने के बावजूद कई होटलों में पानी घुस गया। अतिवृष्टि होने की स्थिति में माउंट आबू में हालात बेकाबू होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
ट्रीटमेंट प्लांट भी लीकेज, स्कूल, तालाब, मंदिर व गोशाला पर असर शहरवासी सीवरेज लाइन के समर्थन में हैं, पर रुडिप ने केन्द्र सरकार की 2009 में जारी की गई गाइडलाइन व एनजीटी के नियमों को ताक में रखकर पांच स्थानों पर नियम विरुद्ध लघु सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बना दिए। जो अब बारिश के दिनों में लोगों के लिए सरदर्द बन गए हैं। सरकारी गाइडलाइन के अनुसार किसी भी आवासीय कॉलोनी, मंदिर, विद्यालय व जल-स्रोत से 500 मीटर दूर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण करने के निर्देश दिए गए हैं। जबकि माउंट आबू में बनाए गए सभी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट आवासीय कॉलोनी के बीचों-बीच बने हुए हैं। इतना ही नहीं धमाणी में आदर्श विद्या मंदिर, वेध विद्यालय, शिव मंदिर व बड़े तालाब से महज दो फीट की दूरी पर प्लांट बनाया गया। अब यह ट्रीटमेंट प्लांट मामूली बारिश में ही रिसने से तालाब का पानी दूषित होने के साथ आस-पड़ोस में रहने वाले लोगों का जीना दुश्वार हो गया है।
2007 से शुरू की योजना कब पूरी होगी, कोई पता नहीं चौदह साल पूर्व 23 जुलाई, 2007 को 34.37 करोड़ रुपये की लागत से शुरू की गई सीवरेज परियोजना को आज तक अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। 22 जुलाई, 2010 तक इस योजना को पूरा करना था, पर विपरीत परिस्थितियों के कारण यह बीच में ही ठप हो गई। ग्यारह साल बाद सरकार ने फिर से 60 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत कर रुडिप को फरवरी,2020 तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए, पर पूरा नहीं हुआ। बाद में सीवरेज कार्य में लगी कम्पनी ने फिर से 54 वर्ग किलोमीटर के दायरे में भूमिगत लाइन बिछाने का कार्य शुरू किया, लेकिन कई साल बीतने के बावजूद कार्य कछुआ चाल से ही चल रहा है।
..................... सीवरेज व जिओ कम्पनी की लापरवाही से अब सड़क किनारे खड्डे होने शुरू हो गए हैं। गलत चेम्बर लगने से होटलों में बारिश का पानी घुस रहा है। आगे से परेशानी और बढ़ सकती है।
- संजय विश्रा, अध्यक्ष, होटल एसोसिएशन, माउंट आबू सीवरेज कम्पनी द्वारा अगर कहीं भी लापरवाही बरती गई है तो इसकी जांच करवाई जाएगी और बारिश के मुख्य सीजन से पूर्व सारी खामियों को दुरुस्त किया जाएगा।
- सुनील कुमार, जेईएन, रुडिप, माउंट आबू