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कृषि विज्ञान केन्द्र सिरेाही : निर्यात योग्य गुणवत्तायुक्त अनार उत्पादन एवं विपणन कार्यशाला का आयोजन

locationसिरोहीPublished: Sep 29, 2021 03:21:28 pm

कृषि विज्ञान केन्द्र सिरेाही में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

कृषि विज्ञान केन्द्र सिरेाही : निर्यात योग्य गुणवत्तायुक्त अनार उत्पादन एवं विपणन कार्यशाला का आयोजन

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सिरोही. कृषि विज्ञान केन्द्र सिरेाही व एपेड़ा नई दिल्ली के सहयोग से निर्यात योग्य गुणवत्तायुक्त अनार उत्पादन एवं विपणन तकनीक पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन कृषि विज्ञान केन्द्र गुड़ामालानी के प्रभारी डॉ. प्रदीप पगारिया ने किया। डॉ. पगारिया ने बताया कि अनार का जिले में अच्छा प्रदर्शन है फिर भी इसमें आने वाली तकनीकी समस्याओं व प्रसंस्करण के चलते किसानों को अपनी फसल का अच्छा मूल्य नहीं मिल पा रहा है।
एपीडा नई दिल्ली के प्रकाश विजय ने बताया कि जिस प्रकार सिरोही जिला सौंफ के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है उसी प्रकार निर्यात योग्य बनाए जाने के लिए उत्पादों की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाना अत्यन्त आवश्यक है।
कृषि विपणन बोर्ड के निदेशक एमएल गुप्ता ने बताया कि निर्यात योग्य उत्पाद आज के समय की मांग है और इसकी गुणवत्ता के मानकों को पूरा करना होगा। जिसमें उत्पाद में कीटनाशियों के रेजिड्यूल प्रभाव को समाप्त करना होगा। कार्यक्रम में विशेषज्ञ बीटी गोरे ने बताया कि निर्यात योग्य अनार का आकार 250 ग्राम, गहरे लाल रंग के दाने तथा इसके छिल्के पर कोई दाग नहीं होना चाहिए। उन्होंने अनार फसल उत्पादन तकनीक से लेकर मूल्य प्रसंस्करण व निर्यात योग्य मानकों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
कृषि महाविद्यालय सुमेरपुर के अधिष्ठाता डॉ. राजूलाल भारद्वाज ने अनार की खेती उन्नत तकनीकों के बारे में जानकारी देते हुए अनार के रोग व कीट नियंत्रण के बारे में बताया।
केन्द्र के प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह चांदावत ने अनार की खेती के लिए सिरोही जिले की जलवायु मिट्टी आदि की उपयसुक्तता के बारे में जानकारी देते हुए इसके मूल्य प्रसंस्करण पर जोर दिया। केन्द्र की उद्यान विशेषज्ञ कामिनी पाराशर द्वारा अनार में आने वाली समस्याएं जैसे अनार का फटना, धब्बे बनाना आदि के बारे में बताया। केन्द्र के पौध संरक्षण वैज्ञानिक डॉ. रविन्द्र प्रताप सिंह जैतावत, शस्य वैज्ञानिक डॉ. आभा पाराशर व मौसम वैज्ञानिक सुशील कुमार कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
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