सिरोही

10 मिनट में 60 करोड़ का बजट पारित

बैठक में बजट के बिन्दुओं पर नहीं हो पाई चर्चा, करीब एक घंटा देरी से शुरू हुई बैठक

सिरोहीFeb 13, 2018 / 10:38 am

mahesh parbat

सिरोही. नगर परिषद सभागार में बजट बैठक में मौजूद सभापति व पार्षद।

सिरोही. नगर परिषद सभागार में सोमवार को आयोजित बोर्ड की बैठक में बिना विपक्ष के सत्तापक्ष-निर्दलीय पार्षदों ने मिलकर १० मिनट में वित्तीय वर्ष२०१८-१९ का ६० करोड़ ७० लाख ८० हजार का बजट अनुमोदित कर दिया। विपक्ष कांग्रेस के पार्षदों ने शहर में विकास कार्य नहीं होने का आरोप लगाते हुए बैठक में भाग ही नहीं लिया।
दरअसल, नगर परिषद में वित्तीय वर्ष२०१८-१९ में शहर में विभिन्न विकास कार्य कराने को लेकर सभापति ताराराम माली की अध्यक्षता में बजट अनुमोदन के लिए सोमवार को बैठक बुलाई गई थी। हालांकि, करीब घंटाभर तक बैठक का कोरम पूरा नहीं हो पाया। लेकिन बाद में निर्दलीय पार्षद के सहयोग से कोरम पूरा होने पर ४ बजकर १४ मिनट पर बैठक शुरू हुई। बैठक का विपक्षी कांग्रेस पार्षदों की ओर से पूर्व में ही बहिष्कार कर दिया गया था। आयुक्त दिलीप माथुर ने आय-व्यय काब्यौरा पेश किया। इसके बाद करीब १० मिनट की चर्चा में ६० करोड़ ७० लाख ८० हजार रुपए का बजट पारित किया गया।
गत वर्ष से ६ करोड़ ज्यादा
परिषद के वर्तमान बोर्ड के चौथे बजट में गत साल के बजट से करीब ६ करोड़ रुपए अधिक का बजट प्रस्तावित किया है।
बैठक में ये पार्षद रहे मौजूद
बैठक में पार्षद शंकरसिंह परिहार, अमिया देवी, रणछोड़ कुमावत, प्रकाश कंवर, अरूणा खेवाड़, जितेन्द्र खत्री, मगन मीणा व हिम्मत छीपा मौजूद रहे।
सत्तापक्ष के पार्षदों ने भी काटी कन्नी
बजट बैठक में विपक्षी पार्षदों के साथ-साथ सत्तापक्ष के भी कई पार्षदों ने भाग नहीं लिया। जिसमें भाजपा पार्षद प्रवीण राठौड़, मीनाक्षी प्रजापत, लता पटेल, विरेन्द्र एम चौहान, उप सभापति धनपतसिंह, दुर्गा कंसारा ने बैठक से दूरी ही बनाए रखी।
बाहर खड़े रहे
विपक्षी पार्षद
बजट बैठक तीन बजे शुरू होने वाली थी। हालांकि, विपक्ष के पार्षद नगर परिषद तो पहुंच गए, लेकिन सभाकक्ष में नहीं गए। विपक्ष के पार्षद आयुक्त के कार्यालय के बाहर खड़े नजर आए। वहीं सत्तापक्ष के पार्षद एक स्थान पर बैठे दिखाई दिए।
बैठक में कोरम पूरा नहीं होने से करीब घंटाभर का विलंब हुआ। नेता प्रतिपक्ष ईश्वरसिंह डाबी व कांग्रेस पार्षद जितेन्द्र सिंघी शहर में विकास कार्य नहीं होने का आरोप लगाते हुए दूसरे पार्षदों को बजट बैठक में नहीं जाने का अनुरोध करते नजर आए।
डाबी ने बताया कि शहर में भाजपा बोर्ड ने विकास कार्य नहीं करवाए हैं। ऐसे में बजट बैठक का बहिष्कार किया गया।
पार्षदों को बुलाने के लिए किए फोन
बैठक का कोरम पूरा नहीं होने से कई पार्षदों को फोन करके बुलाना पड़ा। इसको लेकर सभापति व सत्तापक्ष के पार्षद अपने साथी पार्षदों को फोन कर बैठक में शामिल होने के लिए मान-मन्नोवल करते नजर आए। काफी देर बाद निर्दलीय पार्षद हिम्मत छीपा पहुंचे। जिस पर कोरम पूरा होते ही बैठक शुरू की गई।
डूंगरपुर से जानेंगे स्वच्छता का हाल
शहर में स्वच्छता को लेकर डूंगरपुर से सीख ली जाएगी। सभापति ताराराम माली ने बताया कि सभी पार्षदों को डूंगरपुर तथा उदयपुर में स्वच्छ भारत मिशन के तहत हुए कार्यों का अवलोकन कराया जाएगा। इसके बाद उसी तर्ज पर शहर में स्वच्छता के कार्य करते हुए चौराहा, सड़कों व फुटपाथ को विकसित किया जाएगा।
यह होंगे प्रमुख कार्य
शहर में क्षतिग्रस्त व नई सड़कों के लिए 9 करोड़ रुपए का प्रस्ताव
बगीचों की चारदीवारी तथा रखरखाव पर 5 लाख
डीपीआर से उद्यानों का होगा विकास
स्वच्छ भारत अभियान के लिए१ करोड़ ६० लाख
संस्था कार्यक्रम के लिए ५० लाख
सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के लिए 20 लाख
कच्ची एवं गरीब बस्ती के लिए एक करोड़
अग्निशमन कार्य के लिए १0 लाख रुपए के उपकरण खरीदे जाएंगे।
आपदा प्रबंधन के लिए एक करोड़
सार्वजनिक स्थानों पर टॉयलेट बनाने पर 8 0 लाख
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