बस स्टैण्ड: 12.55 बजे यहां वाहनों और यात्रियों की आवाजाही रहती है किन्तु रात 12.55 बजे बस स्टैण्ड के भीतर तो कुछ यात्री बैठे-सोते मिले। वहां खड़े एक व्यक्ति ने बताया कि यहां पर पुलिस वाले खड़े तो नहीं रहते। लेकिन रात कभी-कभार राउण्ड लगाने आते हैं। हम कुछ देर रुके फिर आगे चल दिए।
अहिंसा सर्किल: 12.47 बजे शहर के मध्य अहिंसा सर्किल सबसे व्यस्ततम चौराहा है। यहां से शहर के कई मोहल्लों के लिए रास्ते गुजरते हैं किन्तु रात 12.47 बजे जब हम यहां से गुजरे तो यह बिल्कुल सुनसान था।
रात 12.50 मिनट पर सूनसान पड़ा जेल चौराहा
आयुर्वेद चौराहा: 1.00 बजे चौराहे के पास बैंक, चार एटीएम तथा एक पेट्रोल पम्प संचालित है। एटीएम होने की वजह से लोगों का आना-जाना रहता है। आम व्यक्तियों के साथ वाहनों की आवाजाही भी रहती है। इस चौराहे पर भी 1.00 बजे कोई नहीं दिखा।
सरजावाव दरवाजा: 12.52 बजे शहर का हृदय स्थल सरजावाव गेट 12.52 बजे सुनसान नजर आया। केवल एक बाइक वाला गुजरते दिखाई दिया। हम कुछ देर तक यहां रुके भी लेकिन हमें रोकने-टोकने वाला यहां कोई नजर नहीं आया।
गोयली चौराहा: 1.05 गोयली चौराहा जालोर, शिवगंज, गुजरात जाने व शहर में प्रवेश का मुख्य मार्ग होने के बावजूद 1.05 बजे यहां कोई सुरक्षाकर्मी नहीं दिखा।
तीन बत्ती चौराहा: 1.07 बजे शहर में प्रवेश का मार्ग तीन बत्ती चौराहा 1.07 बजे सुनसान नजर आया। कलक्टर व अन्य अधिकारियों के आवास, पुलिस लाइन पास होने के बावजूद एक भी सुरक्षाकर्मी नहीं दिखा। रोड से गुजरते वाहन जरूर दिखे।