रेलवे की कमियां सामने ना आए इसको लेकर मीडिया को रखा गया दूर व्यवस्थाओं का लिया जायजा….
आबूरोड. रेलवे स्टेशन की विभिन्न व्यवस्थाओं का मंडल रेल प्रबंधक राजेशकुमार कश्यप ने मंगलवार को निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान रेलवे के विभागीय अधिकारी साथ में परेड करते दिखाई दिए। अधिकारी स्टेशन पर व्याप्त समस्याओं से दूरी बनाए नजर आए। कश्यप ने स्टेशन की कुछ जगहों का अवलोकन कर औपचारिकता पूरी कर दी। मंगलवार को डीआरएम के आने की सूचना पर मिलने पर रेलवे अधिकारी व कर्मचारी ने विभिन्न कमियों को दूर कर दिया। अधिकारियों ने डीआरएम को सुचारू व्यवस्थाओं वाले स्थानों का निरीक्षण करवाया, जबकि हकीकत कुछ और ही थी। मंडल रेल प्रबंधक कश्यप के आने से पहले रेलवे स्टेशन परिसर व प्लेटफार्म की साफ-सफाई की व्यवस्था बुरी तरह से चरमराई हुई थी। स्टेशन पर आने के बाद यात्रियों को गंदी के ढेर के कारण कई बार नाकबंद कर गुजरना पड़ता है। वहीं कई बार मुख्यमार्ग के पास ही गंदगी का ढेर नजर आता है। कहीं कचरे के ढेर तो कहीं कचरे से लबालब कचरा-पात्र स्टेशन की स्वच्छता पर सवाल खड़े करते हैं।
पर्याप्त नहीं पार्किंग
रेलवे स्टेशन पर दुपहिया वाहनों के पर्याप्त पार्किंग की सुविधा नहीं होने से वाहन चालकों को दुपहिया वाहन नो पार्किंग जोन में पार्क करने को विवश होना पड़ रहा है। दुपहिया वाहन पार्किंग में निर्माण
कार्य चलने से पार्किंग की पर्याप्त सुविधा ही नहीं है, तो वाहन मालिक वाहन कहां पार्क करे यह यक्ष प्रश्न है। पूर्व में ठेके पर पार्किंग व्यवस्था होने से लोगों को अधिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा था, पर गत कई माह से पार्किंग का ठेका नहीं होने से लोगों को स्टेशन पर वाहन खड़े करने में परेशानी हो रही है।
इंटरलॉकिंग क्षतिग्रस्त
रेल्वे स्टेशन पर डीआरएम के होने वाले निरीक्षण के कुछ माह पहले ही स्टेशन के प्रवेश द्वार पर इंटर लॉकिग टाइल्सों को बिछाया गया था। निम्न गुणवत्ता स्तर की इंटर लॉकिंग टाइल्से लगाए जाने से कुछ समय में ही टाइल्सें टूट गई। यह टाइल्सें भारी वाहनों का भी वजन नहीं सहन कर पा रही है। कईजगहों पर टाइल्सों में दरारें देखी जा सकती है। डीआरएम के आने से पहले टूटी हुई टाइल्सों को हटाकर कई टाइल्सों को लगा दिया गया।
प्लेटफार्म पर नहीं व्यवस्था
रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर २ पर यात्रियों के लिए बाथरूम व टिन शेड की सही व्यवस्था नहीं होने काफी दिक्कतों सामना करना पड़ता है, खासकर महिला यात्रियों को। यात्रियों को बाथरूम का उपयोग करना हो तो उस यात्रियों को प्लेटफार्म नंबर-१ पर जाता है या फिर पट्टरियों को क्रॉस करना पड़ता है।(निसं)