scriptकालन्द्री के मेघवाल बस्ती का स्कूल दे रहा है पर्यावरण संरक्षण का संदेश | School of Meghwal Basti of Kalandri is giving the message of environme | Patrika News

कालन्द्री के मेघवाल बस्ती का स्कूल दे रहा है पर्यावरण संरक्षण का संदेश

locationसिरोहीPublished: Apr 10, 2021 04:37:49 pm

– स्कूल में प्रवेश करने पर दिखता हैं हरियाली का नजारा

कालन्द्री के मेघवाल बस्ती का स्कूल दे रहा है पर्यावरण संरक्षण का संदेश

sirohi

सिरोही. शुद्ध आबोहवा के लिए पर्यावरण संरक्षण अत्यंत जरूरी है। सरकार भी विभिन्न योजनाओं के जरिए लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने का प्रयास कर रही है। इसी पर्यावरण के प्रति सिरोही जिले के कालन्द्री की मेघवाल बस्ती में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की जागरूकता की कहानी अन्य विद्यालयों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।
देखते ही बनता है चहुंतरफ की हरियाली का नजारा
स्कूल में प्रवेश करते ही चहुंतरफ छायी हरियाली व गार्डन का नजारा देखते ही बनता है। स्कूल में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण, बचाव, पशु-पक्षियों के बारे में छात्रों को कुछ न कुछ नई जानकारी देकर काफी कुछ सिखाया जा रहा है। ऐसे वातावरण में छात्रों व शिक्षकों को शुद्ध वातावरण मिलना लाजिमी है।
विभिन्न गतिविधियों से बह रहा है शिक्षा का प्रवाह
स्कूल के संस्था प्रधान कनीराम संत व शिक्षकों ने मिलकर इस स्कूल में विभिन्न गतिविधियां संचालित कर छात्रों को तरह-तरह की शिक्षा दी जा रही है। स्कूल में सभी जगह पर पक्षियों के लिए गौरैया हाउस व जल पात्र लगाए गए है। यह सभी पात्र मिट्टी के बने हुए है। स्कूल के प्रत्येक कक्षा-कक्ष पर ज्ञानर्वधक स्लोगन व बरामदे में भित्ति चित्रों के माध्यम से विद्यार्थियों को ज्ञान मिल रहा है।
बुनियादी सुविधाओं का लगवा दिया अम्बार
संस्था प्रधान कनीराम ने बताया कि 2009 में जब वे इस स्कूल में आए तब कई बुनियादी सुविधाओं की कमी थी। पर, स्कूल को अपना परिवार समझकर स्कूल में सभी सुविधाएं जुटाने का पूरा प्रयास किया। भामाशाहों व गांव के लोगों से सम्पर्क कर पीने के पानी की टंकी, टीन शेड, सीसी रोड, स्कूल के चारों तरफ पेड़-पौधे, रंगाई-पुताई, भिति चित्र, प्रार्थना स्थल, सरस्वती के मंदिर समेत विभिन्न कार्य करवाए। बरामदे में चारों तरफ जाली लगी होने से कोई भीतर प्रवेश नहीं कर सकता है।
स्कूल के छात्रों का हर साल नवोदय में होता है चयन
विद्यालय में स्वीकृत सभी ग्यारह पद भरे हुए हैं। स्कूल में पहली से आठवीं तक का नामांकन करीबन पौने तीन सौ छात्रों का है। 275 है। हर साल कक्षा छठी व आठवीं के विद्यार्थियों का नवोदय में भी चयन होता है। इस स्कूल व संस्था प्रधान कनीराम संत को विभिन्न क्षेत्रों उम्दा कार्यों के लिए पुरस्कृत कर कई अवार्ड से नवाजा जा चुका है। पर्यावरण मित्र, ब्लॉक पर सर्वश्रेष्ठ संस्था प्रधान समेत विभिन्न प्रकार के पुरस्कार मिल चुके है। वर्तमान में संस्था प्रधान के सान्निध्य में पक्षियों के लिए जल पात्र, गौरैया हाउस, दान पात्र लगाने का कार्य जारी है। संस्था प्रधान के साथ स्कूल में कार्यरत शिक्षक राधेश्याम, सरफराज अव्वल, विवेक सोलंकी, नरपतसिंह, पुष्पा मेघवाल, गीता, शारीरिक शिक्षक ओटाराम माली, कविता, हमीराराम, धर्म प्रकाश भी स्कूल विकास में हर गतिविधियों में सहयोग कर रहे है।
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