सिरोही

VIDEO : भाखर बाबा के मेले में नेताओं का वजन नहीं झेल पाया मंच, विधायक हुए घायल

– उपलागढ़ में शुक्रवार को आयोजित भाखर बाबा के मेले के दौरान हुई घटना

सिरोहीMar 23, 2019 / 04:04 pm

mahesh parbat

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आबूरोड. आबूरोड तहसील के आदिवासी बहुल उपलागढ़ में हर वर्ष भरने वाले भाखर बाबा के वार्षिक मेले में शुक्रवार शाम मंच पर बैठे भाजपा-कांगे्रस नेताओं समेत अतिथियों के भार से मंच टूट गया। घटना में तीन विधायक समेत चार जनों को चोटें आई। हर वर्ष की तरह होली के एक दिन बाद भाखर में हजारों की तादाद में भरने वाले इस मेले में भाजपा व कांग्रेस नेताओं समेत अन्य संतों व समाज के लोगों की उपस्थिति में मंच सजाया गया था, लेकिन क्षमता से अधिक लोगों के मंच पर बैठने से कार्यक्रम समापन के दौरान ही मंच टूट गया। जिससे मंच पर बैठे सभी अतिथि गिर गए। एकबारगी घटना से मंच पर भगदड़ मच गई। जिससे रेवदर विधायक जगसीराम कोली को पैर में चोट आई, जबकि सिरोही विधायक संयम लोढ़ा, दांता विधायक कांतिभाई खराड़ी, संत भजनाराम, मेला कमेटी पदाधिकारी कालीचरण गरासिया को मामूली चोट आई। विधायक कोली को बाद में उपचार के लिए ट्रोमा सेंटर लाया गया।
भाजपा-कांग्रेस ने लगाए आपस में आरोप
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भाजपा व कांग्रेस के वक्ताओं ने अपने-अपने कार्यकाल में हुआ कार्यों को गिनाते हुए आरोप प्रत्यारोप भी लगाए। जहां भाजपा के वक्ताओं ने अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में हुए कार्यों को गिनाया, वहीं कांग्रेस वक्ताओं ने गत भाजपा सरकार पर आदिवासियों के साथ छल करने का आरोप लगाया। सिरोही विधायक संयम लोढा ने कहा कि आदिवासी समाज ने अपनी वर्षो पुरानी संस्कृति व सभ्यता को बनाये रखने के लिए प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले भाखर महोत्सव व अराध्य देवों के मेले इत्यादि बदस्तूर जारी रखे है। उन्होंने कहा कि जल, जंगल, जमीन पर अधिकार आदिकाल से आदिवासी समाज का रहा है। उनकी संस्कृति के अनुरूप उन्हें रखने के लिए सरकार ने समय समय पर कई कानून पारित किये। आबू पिण्डवाडा विधायक समाराम गरासिया ने आदिवासियों से कुरीतियों को त्यागने व नशे की प्रवृति से दूर रहने का आह्वान किया। मेले में आये सभी आदिवासी महिला पुरूषों से आव्हान किया कि वे भाखर के लोक देवता के समक्ष यह प्रण लेकर जाये कि वह इसके बाद नशा इत्यादि नही करेंगे। संत भजनाराम ने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार ने आदिवासियों के साथ छल किया, क्योंकि उस समय कांग्रेस ने बीजेपी के राज में शराबबंदी का पूर्ण रूप से विरोध किया था।
नृत्य देख अभिभूत हुए अतिथि
मेले के दौरान पारम्परिक वेशभूषा में नृत्य करते युवक-युवतियां अलग ही समां बांध रहे थे। आदिवासी परम्परागत वेशभूषा में वालर नृत्य करतीं महिलाओं व पुरुषों ने सभी को अभिभूत कर दिया।
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