खो-खो में रेवदर कॉलेज विजेता
सिरोही. राजकीय विधि महाविद्यालय में जिला स्तरीय अंतर महाविद्यालय खो-खो प्रतियोगिता का आयोजन अरविंद पैवेलियन में हुआ। इसमें 7 टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता का उद्घाटन प्राचार्य नवनीत कुमार वर्मा ने किया।
प्रतियोगिता का प्रथम मैच छात्र वर्ग में राजकीय विधि महाविद्यालय एवं राजकीय महाविद्यालय सिरोही के बीच खेला गया। इसमें राजकीय महाविद्यालय टीम विजेता रही। वहीं छात्रा वर्ग में रेवदर कॉलेज ने विधि कॉलेज को, पिण्डवाड़ा ने महिला कॉलेज को हराकर अगले दौर में प्रवेश किया। छात्र वर्ग में फाइनल रेवदर व सिरोही कॉलेज के बीच खेला गया। इसमें रेवदर विजेता रही। छात्रा वर्ग का फाइनल पिण्डवाड़ा व रेवदर के बीच खेला गया। इसमें रेवदर की टीम विजेता रही। इस दौरान सहायक आचार्य विजय कुमार, नरेश कुमार मीणा, डॉ. अनुपमा उज्ज्वल आदि मौजूद थे।
सिरोही. राजकीय विधि महाविद्यालय में जिला स्तरीय अंतर महाविद्यालय खो-खो प्रतियोगिता का आयोजन अरविंद पैवेलियन में हुआ। इसमें 7 टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता का उद्घाटन प्राचार्य नवनीत कुमार वर्मा ने किया।
प्रतियोगिता का प्रथम मैच छात्र वर्ग में राजकीय विधि महाविद्यालय एवं राजकीय महाविद्यालय सिरोही के बीच खेला गया। इसमें राजकीय महाविद्यालय टीम विजेता रही। वहीं छात्रा वर्ग में रेवदर कॉलेज ने विधि कॉलेज को, पिण्डवाड़ा ने महिला कॉलेज को हराकर अगले दौर में प्रवेश किया। छात्र वर्ग में फाइनल रेवदर व सिरोही कॉलेज के बीच खेला गया। इसमें रेवदर विजेता रही। छात्रा वर्ग का फाइनल पिण्डवाड़ा व रेवदर के बीच खेला गया। इसमें रेवदर की टीम विजेता रही। इस दौरान सहायक आचार्य विजय कुमार, नरेश कुमार मीणा, डॉ. अनुपमा उज्ज्वल आदि मौजूद थे।
मांडवा में सामुदायिक पुस्तकालय शुरू
सिरोही. मांडवा गांव में अजीम प्रेमजी स्कूल के दो शिक्षकों की ओर से शैक्षिक नवाचार के रूप में सामुदायिक पुस्तकालय की शुरुआत की गई है। बच्चों में पढऩे की आदत को लेकर जागरूकता के उद्देश्य से पुस्तकालय संचालित किया जा रहा है। शिक्षक अनुराग मुद्गल व हितेश व्यास ने बताया कि पुस्तकालय निशुल्क है। यहां अभी बाल साहित्य की करीब 400 पुस्तकें उपलब्ध हैं। इसको कम्युनिटी रिसोर्स सेंटर के रूप में विकसित करने की योजना है। अभी गांव के अधिकांश बच्चे पुस्तकालय से पुस्तक लेकर पढ़ रहे।
सिरोही. मांडवा गांव में अजीम प्रेमजी स्कूल के दो शिक्षकों की ओर से शैक्षिक नवाचार के रूप में सामुदायिक पुस्तकालय की शुरुआत की गई है। बच्चों में पढऩे की आदत को लेकर जागरूकता के उद्देश्य से पुस्तकालय संचालित किया जा रहा है। शिक्षक अनुराग मुद्गल व हितेश व्यास ने बताया कि पुस्तकालय निशुल्क है। यहां अभी बाल साहित्य की करीब 400 पुस्तकें उपलब्ध हैं। इसको कम्युनिटी रिसोर्स सेंटर के रूप में विकसित करने की योजना है। अभी गांव के अधिकांश बच्चे पुस्तकालय से पुस्तक लेकर पढ़ रहे।