बार-बार उठाने पर भी नहीं उठा कंपाउंडर सरूपगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गुरुवार को अल सुबह दुर्घटना में घायलों को अस्पताल लाया गया तब ड्यूटी के दौरान कंपाउंडर बीरबल चौधरी रूम में सोता रहा उसे बार-बार उठाने पर जागा लेकिन एक महिला के सर में गंभीर चोट लगी हुई थी, को देखे बिना ही उसे डॉक्टर के घर पर जाकर इलाज करवाने का कह दिया। इस दौरान मरीज करीब डेढ़ घंटे तक इलाज के लिए तड़पते रहे।
डॉक्टर को सूचना करना भी नहीं समझा मुनासिब दुर्घटना में घायल पांच व्यक्तियों के रिश्तेदारों ने कंपाउंडर के नहीं उठाने से आक्रोश फैल गया तब डा. रामलाल को फोन कर बुलाने पर वह मौके पर आए तब डॉक्टर ने उच्च इलाज के लिए रेफर किया। लेकिन कंपाउंडर ने डॉक्टर को बुलाना भी मुनासिब नहीं सामझा।
ब्लॉक सीएमएचओ डा भूपेंद्रसिंह का कहना है कि मुझे ऐसी शिकायत मिली है मैं इसकी विभागीय जांच करवाई जाएगी तथा नियमानुसार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दीपक कुमार ने आरोप लगाया कि मेरे रिश्तेदार का एक्सीडेंट होने पर मैं सरूपगंज के अस्पताल में आया वहां पर देखा कि कार्यरत कंपाउंडर बीरबल नींद ले रहा था तथा बार-बार जगाने की कोशिश करने पर भी नहीं उठा। तब लोगों ने डॉक्टर को फोन कर बुलाया ।
मुझे मरीज के परिजनों के फोन आने पर मैंने सभी घायलों का इलाज किया व रैफर किया। नर्सिंग स्टाफ से सूचना नहीं मिली। - डॉ. रामलाल, चिकित्सा प्रभारी